अस्पताल से गायब रहने पर डॉक्टर समेत पूरे स्टाफ का वेतन रोका

विकासनगर(आरएनएस)।  सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुल्हाड़ से अनुपस्थित रहने वाले स्टाफ के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए सीएमओ देहरादून ने अस्पताल के पूरे स्टाफ का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं।  चकराता ब्लॉक के दुर्गम गांव बुल्हाड में ग्रामीणों की सुविधा के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया है। अस्पताल में तैनात स्टाफ के गायब रहने की शिकायत ग्रामीणों ने विभिन्न माध्यमों से की। लेकिन उसके बाद भी अस्पताल में तैनात डॉक्टर और स्टाफ का रवैया नहीं बदला। अस्पताल के स्टाफ के लगातार अनुपस्थित रहने पर प्रदेश उपाध्यक्ष युवा कांग्रेस प्रवीन रावत प्रिंस ने मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर इस समस्या की शिकायत की थी। शिकायत में कहा था कि पीएचसी बुल्हाड 14 गांवों का प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र है।  इस केंद्र से बुल्हाड़, बायला, पिंगवा, काण्डोई भरम, उदावां, गोरछा, ठारठा और डीडा आदि गांवों के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मिलती हैं। बुल्हाड़ स्वास्थ्य केंद्र का स्टाफ बारी-बारी एक अंतराल के बाद अस्पताल आता है। अस्पताल में डॉक्टर तैनात होने के बाद भी अक्सर अस्पताल की जिम्मेदारी एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और फार्मासिस्ट के भरोसे रहने की शिकायत की गई थी।  शिकायत के बाद मामले की विभागीय स्तर पर जांच कराई गई। इसमें शिकायतकर्ता की शिकायत सही पाई गई। सोमवार को सीएमओ डॉ. संजय जैन ने पीएचसी बुल्हाड़ के समस्त स्टाफ का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए हैं। सीएचसी चकराता के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि सीएमओ द्वारा की गई कार्रवाई की सूचना संबंधित अस्पताल के पूरे स्टाफ तक पहुंचा दी गई है।


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