अन्नापूर्णा माता मेले में उमड़ी लोगों की भीड़
नई टिहरी। तीर्थनगरी देवप्रयाग के निकट तुणगी गांव में वैशाख माह में आयोजित होने वाला अंतिम अन्नपूर्णा माता मेला आस्था और उल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। मेला स्थल तक सड़क पहुंचने की वजह से इस वर्ष मेले में बड़ी संख्या में आसपास के क्षेत्र से लोग पहुंचे। लोगों ने अन्नपूर्णा माता की पूजा अर्चना कर मनौती मांगी। अन्नपूर्णा माता के मंदिर में करीब 48 वर्ष पूर्व प्रसिद्ध विद्वान स्व. आचार्य चक्रधर जोशी तथा समाजसेवी स्व.भारती सिंह ने पशु बलि के विरोध में इस एतिहासिक मेले की शुरूआत की थी। अन्नपूर्णा मेले के प्रभाव से क्षेत्र के थौल मेलों में होने वाली पशुबलि भी धीरे धीरे बंद हो गई। क्षेत्र का अखिरी मेला अन्नपूर्णा माता मेले में देवप्रयाग नगर, भदनी, मुनेठ, पालीसैंण, बागी ,कांडाधार, महड़ ,भ्वीट ,कोटी, खड़गीर, सामपुर ,डडणा, किरोड़ ,भरपूर ,साकनी सहित कई गांवों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मेले में महिलाओं ने कॉस्टमेटिक सामानों की खूब खरीदारी की। वहीं बच्चों में चरखी, झूला खेलने के साथ जम्पिंग करने की होड़ लगी रही। मेले में भंडारा का भी आयोजन किया गया।