कांग्रेसियों ने गांधी पार्क के गेट के सामने धरना दिया

देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत अन्य वरिष्ठ कांग्रेसियों ने गांधी पार्क के गेट के सामने धरना दिया।
कांग्रेसियों ने कहा कि अंकिता हत्याकांड मानवता के लिए शर्मसार करने वाला है। जिसके लिए दोषियों को फांसी होनी चाहिए, जो कि इस प्रकार के अपराध करने वालों के लिए एक नजीर साबित हो। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार को अंकिता हत्याकांड की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआइ जांच की पैरवी करनी चाहिए। इसमें परत-दर-परत सभी चीजों की जांच होनी जरूरी है। जैसे रिसार्ट में आने वाले वीआइपी के नाम का भी पर्दाफाश होना चाहिए, जिसके लिए आरोपित रिसार्ट मालिक अंकिता पर दबाव बना रहा था।
उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम में आरोपित को इतना वक्त दिया गया कि वह साक्ष्य मिटा सके। एक महत्वपूर्ण साक्ष्य बुलडोजर से तोड़कर नष्ट कर दिया गया। जहां सीसीटीवी कैमरा सहित कई साक्ष्य महत्वपूर्ण हो सकते थे। आरोपितों के मोबाइल और उनके संरक्षकों के मोबाइल गायब हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं। भाजपा नेता के बेटे के रिसार्ट में अंकिता के साथ इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया है। साथ ही रातों-रात साक्ष्य नष्ट करने के इरादे से वहां बुलडोजर चला दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है।