अंगीठी की चपेट में आई दिव्यांग युवती की हुई मौत
हल्द्वानी। आठ दिन से एसटीएच में मौत से संघर्ष कर रही दिव्यांग निक्कू आंखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। निक्कू अंगीठी के कोयलों की चपेट में आने से बुरी तरह से झुलस गई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। बरहेरी बाजपुर ऊधमसिंह नगर निवासी निक्कू (27) बचपन से ही विकलांग थी। निक्कू के भाई अतुल ने बताया कि उसके शरीर का 90 फीसदी हिस्सा काम नहीं करता था। पांच जनवरी रात करीब नौ बजे वह सो गई थी। ठंड से बचने के लिए परिजनों ने उसके कमरे में अंगीठी में कोयले जलाकर रखे गए थे। एक घंटे बाद कमरे से चीखने की आवाज सुनाई दी। परिजन निक्कू के कमरे में पहुंचे तो निक्कू आग की लपटों से घिरी हुई मिली। परिजनों ने बमुश्किल आग को बुझाया। आनन-फानन में निक्कू को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। निक्कू को एसटीएच लाया गया। आठ दिन तक चले उपचार के बाद शुक्रवार रात निक्कू ने दम तोड़ दिया।