हंगामे के बीच नगर निगम का प्रस्तावित बजट पारित

करीब आठ महीने बाद हुई नगर निगम बोर्ड की बैठक हंगामेदार रही। इसी बीच निगम का वर्ष 2020-21 का अनुमानित आय-व्यय बजट पारित किया गया। प्रस्तावित बजट में शहर की सडक़, नाली, भवन निर्माण 57.50 लाख और पार्कों के सौंदर्यीकरण में 15.29 लाख खर्च होंगे। जबकि आय के लिए भवन कर वसूली का लक्ष्य 2 करोड़ 20 लाख का प्रावधान किया गया है। गुरुवार को सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन में नगर निगम की बोर्ड बैठक निगम सभागार की जगह सोमेश्वर मंदिर मार्ग स्थित निरंकारी भवन में हुई। शुरुआत में ही बैठक उस समय हंगामेदार हो गई, जब पार्षद विकास तेवतिया और शिव कुमार गौतम ने 30 पार्षदों के प्रस्ताव बोर्ड बैठक से पहले मूल एजेंडे में शामिल नहीं करने और फल व्यापारी से हुई मारपीट का भारी विरोध किया, जिसका समर्थन अन्य पार्षदों के करने से हंगामा हो गया। मेयर अनीता ममगाईं और एमएनए नरेंद्र सिंह क्वीरियाल के समझाने पर पार्षद शांत हुए। करीब आधा घंटे हंगामे के बाद बोर्ड बैठक शुरू हुई और प्रस्तावित आय और व्यय 44,35,06,414 करोड का बजट सर्वसम्मति से पारित किया। इसके अलावा शहर के विकास कार्यों पर चर्चा की गई। सडक़, नाली, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, मेरीन ड्राइव से लगे घाटों के सौंदर्यीकरण समेत 30 प्रस्तावों को स्वीकृत किया गया। मौके पर सहायक नगर आयुक्त एलम दास, सहायक अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण, पार्षद मनीष शर्मा, रीना शर्मा, अजीत सिंह, विजय बडोनी, विपिन पंत, राजेंद्र बिष्ट, लव कांबोज, मनीष बनवाल, राधा रमोला, विजयलक्ष्मी शर्मा, लता तिवाड़ी, देवेंद्र प्रजापति, रुपा, शारदा, राकेश मियां, जगत नेगी, गुरविंदर सिंह, भगवान पंवार, अनीता रैना, रामअवतारी पंवार, विजयलक्ष्मी रावत, सुंदरी कंडवाल, तनु तेवतिया, चेतन चौहान, राजेश दिवाकर, गौरव कौशिक, उमा राणा, शकुंतला शर्मा, पुष्पा मिश्रा आदि थे।
प्रस्ताव पर सिर्फ चर्चा कार्रवाई नहीं:
नगर निगम की बोर्ड बैठक में मीरानगर वार्ड से पार्षद सुंदरी कंडवाल ने निगम प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बोर्ड बैठक में हर बार प्रस्ताव पर चर्चा होती है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती। पिछले छह महीने से उनके वार्ड में विकास कार्य नहीं हुए, जिसका समर्थन अन्य पार्षदों ने भी किया।
पार्षदों में हुई तीखी नोकझोंक:
अन्य प्रस्ताव को मूल एजेंडे में शामिल नहीं करने पर बैठक स्थगित करने की मांग पर अड़े दो पार्षदों के विरोध में एक पार्षद सामने आ गए, जिससे पार्षदों के बीच तीखी नोकझोक हो गई। मेयर ने उन्हें शांत कराया।