अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में डॉ. सी.पी. भैसोड़ा ने संभाला स्थायी प्राचार्य का कार्यभार

अल्मोड़ा। राजकीय मेडिकल कॉलेज, अल्मोड़ा में डॉ. सी.पी. भैसोड़ा ने नियमित प्राचार्य के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर कॉलेज के संकाय सदस्यों और कर्मचारियों ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर बधाई दी। थल, पिथौरागढ़ के मूल निवासी डॉ. भैसोड़ा ने माध्यमिक शिक्षा जीआईसी थल से और इंटरमीडिएट शिक्षा दिल्ली से पूरी की। इसके बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर से एमबीबीएस और एमडी फॉरेंसिक मेडिसिन की पढ़ाई की। उन्होंने तीन वर्ष पीजीआई चंडीगढ़ में सीनियर रेजिडेंट के रूप में सेवाएं दीं और 2002 में राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। वर्ष 2016 से 2021 तक वे हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर और प्रभारी प्राचार्य रहे। इस दौरान पोस्टमार्टम परीक्षण और मेडिकोलीगल ट्रेनिंग की शुरुआत, एमबीबीएस सीटें 100 से बढ़ाकर 125 और पीजी सीटें 30 से बढ़ाकर 70 करने जैसी उपलब्धियां हासिल कीं। इसी अवधि में ट्रॉमा सेंटर, बर्न सेंटर, स्किल लैब और 750 बेड का अस्पताल भी स्थापित हुआ। जुलाई 2021 में डॉ. भैसोड़ा ने अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में प्रभारी प्राचार्य का पद संभाला। उनके प्रयासों से जनवरी 2022 में एनएमसी से प्रथम बैच के लिए एलओपी प्राप्त हुआ और 2023 में 43 सीटों पर पैरामेडिकल कोर्स शुरू किए गए। कॉलेज में ब्लड बैंक, एनआईसीयू, पीआईसीयू, एमआईसीयू और 30 बेड का नशा मुक्ति केंद्र भी स्थापित हुआ। वर्तमान में यहां 500 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं और पीजी पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। कोविड-19 प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र और फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी में फेलोशिप से सम्मानित किया गया। जुलाई 2024 में उन्हें ‘डॉक्टर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार भी मिला। कार्यभार ग्रहण करते हुए डॉ. भैसोड़ा ने मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री, चिकित्सा स्वास्थ्य सचिव, निदेशक चिकित्सा शिक्षा और कॉलेज परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया तथा संस्थान को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में नए आयाम देने का संकल्प जताया।

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