अल्मोड़ा शहर को हैरीटेज सिटी का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर हुई पदयात्रा का समापन
अल्मोड़ा। धर्मनिरपेक्ष युवा मंच द्वारा विगत वर्षों से अल्मोड़ा शहर को हैरिटेज सिटी बनाओ अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत आमजनमानस को इस मुहिम से जोड़ने हेतु 11 नवंबर से 17 नवंबर 2021 तक अल्मोड़ा शहर के सभी वार्डों में जाकर पदयात्रा निकाली गयी।
आज 17 नवंबर को धर्मनिरपेक्ष युवा मंच द्वारा आयोजित साप्ताहिक पदयात्रा का समापन किया गया।
होटल शिखर से पदयात्रा जिलाधिकारी कार्यालय तक गयी तथा जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री तथा राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
इस अवसर पर मंच संयोजक विनय किरौला ने संबोधित करते हुए कहा कि अल्मोड़ा शहर पूर्व से ही चिंतन का केंद्र रहा है यहां स्वामी विवेकानद, बोसी सेन, बोधिस्त लामा इत्यादि ने यहां प्रवास किया है। विज्ञान का केंद्र- रोनाल्ड रोस व आध्यात्म का केंद्र- शंकराचार्य के साथ ही यह शहर
राजनीति व धर्म का केंद्र भी वर्षों से रहा है। मंच के नेतृत्व में अल्मोड़ा वासी पुरजोर मांग करते हैं कि साहित्य का केंद्र से जो चेतना पूरे पहाड़ में देश में फैली उसे पुनः जीवित किया जाये ताकि पूरे देश मे इसकी रोशनी फैले इसलिए इनका संरक्षण जरूरी है, तब जाकर राज्य की मूल संस्कृति को संरक्षित किया जा सकेगा, ये अल्मोड़ा के जनता की राय है।
जो पूरे भारत में चेतना फैलाने का काम करता था, जो अल्मोड़ा की धरोहर व हैरीटेज था उसे पुनः स्थापित कर हैरीटेज घोषित करने की जरूरत है ताकि पूरे देश में इसकी रोशनी फैले, तब जाकर उत्तराखंड की मूल संस्कृति को संरक्षित किया जा सकेगा। ये अल्मोड़ा की जनता की राय है, पदयात्रा के दौरान जब हम वार्ड से वार्ड, मोहल्ले से मोहल्ले गए, तब उपरोक्त विचार निकल कर सामने आया।
इसके अतिरिक्त जागेश्वर से लेकर कटारमल सूर्य मंदिर तक मुख्य धारा के इतिहास में वैदिक देवी-देवताओं के आने पूर्व के कटारमल सूर्य मंदिर, जागेश्वर शिव वैदिक युग से भी पौराणिक है।
सारा मध्यकालीन इतिहास जागेश्वर के शिव से लेकर सूर्य मंदिर कटारमल, नंदा देवी से लेकर अनेकों देवी-देवताओं से भरा है, जो हमारा हैरीटेज है।
जागेश्वर से सैलानियों के लिए शटल सेवा शुरू कर सूर्य मंदिर तक दर्शन कराकर, अल्मोड़ा के चिंतन केंद्र, साहित्यिक केंद्र, विज्ञान केंद्र, धर्म के केंद्र के अलावा अल्मोड़ा की ऐतिहासिक बाजार, स्थानीय (Souvenir) सामान को बड़ा बाजार मिलेगा, साथ ही स्थानीय कला-झोड़ा-चांचरी आदि को दुनिया के कला प्रेमियों तक पहुचाया जा सकेगा, ऐसा अल्मोड़ा की जनता की राय है।
इस अवसर पर मंच संयोजक विनय किरौला, त्रिभुवन गिरी महाराज, मीडिया समन्वयक मयंक पंत, मनीष भाकुनी, कमलेश सनवाल, ईशु उपाध्याय, कमल भटृ, सुन्दर लटवाल, प्रमोद रावत, भाष्कर देवड़ी, सूरज टम्टा, भीम रावत, पंकज रौतेला, बिशन सिंह बिष्ट, गिरीश तिवारी, देवकी देवी, पार्वती देवी, विनोद भट्ट, महेन्द्र, चंद्रिका तिवारी, पवन मुस्यूनी, प्रमोद मुस्यूनी, अमित चौधरी, दीपक दानी इत्यादि लोग मौजूद रहे।