अल्मोड़ा जनपद में पुलिस ने चलाया सघन सत्यापन अभियान

63 पर कार्रवाई, 1.10 लाख रुपये का जुर्माना
अल्मोड़ा। एसएसपी अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा के निर्देश पर जनपद में रविवार सुबह बड़े पैमाने पर पुलिस ने संदिग्ध और आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के खिलाफ सघन सत्यापन अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान 63 मकान मालिकों, ठेकेदारों और बाहरी लोगों के विरुद्ध उत्तराखंड पुलिस अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए लगभग 1 लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। अभियान की निगरानी अपर पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह, सीओ अल्मोड़ा गोपाल दत्त जोशी और सीओ रानीखेत विमल प्रसाद द्वारा की गई। जिले के सभी थानों में ग्रामीण, कस्बाई और नगरीय क्षेत्रों में पुलिस जवानों की अलग-अलग टोलियों ने सुबह से ही कार्यवाही शुरू की। इस दौरान लगभग 700 से 800 लोगों का सत्यापन किया गया। कोतवाली अल्मोड़ा क्षेत्र में प्रभारी निरीक्षक योगेश चंद्र उपाध्याय के नेतृत्व में 70 जवानों ने नगर के विभिन्न इलाकों—धारानौला, एडम्स, नियाजगंज और भ्यारखोला में सत्यापन अभियान चलाया। यहां बिना सत्यापन किरायेदार रखने पर सात मकान मालिकों से 60,000 रुपये का चालान वसूला गया। साथ ही 10 बाहरी फड़वाले, फेरीवाले और मजदूरों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई। थाना सल्ट, देघाट, लमगड़ा, दन्या और भतरौजखान में भी बिना सत्यापन मजदूर और किरायेदार रखने वालों पर पुलिस ने सख्ती दिखाई। प्रत्येक स्थान पर मकान मालिकों, दुकानदारों और ठेकेदारों के विरुद्ध 5,000 से 10,000 रुपये तक का चालान किया गया। कई स्थानों पर बिना सत्यापन कार्य कर रहे फेरीवालों और मजदूरों पर भी अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया गया। थाना सोमेश्वर और चौखुटिया क्षेत्र में पुलिस ने ऐसे ही पांच-पांच बाहरी लोगों के विरुद्ध सत्यापन न होने पर कार्रवाई की। अल्मोड़ा पुलिस ने आमजन से अपील की है कि अपने किरायेदारों, घरेलू सहायकों और मजदूरों का समय पर पुलिस सत्यापन अवश्य कराएं। यह न केवल कानून का पालन है, बल्कि आपकी और आपके आस-पड़ोस की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है। सत्यापन में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध आगे भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।