समय पर वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मचारियों के सांकेतिक विरोध को हुआ एक सप्ताह
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में कोरोना मरीजों की देखभाल में लगे और ग्राउंड जीरो पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों (फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स) ने 11 तारीख से काला फीता बांध कर काम करना शुरू किया है। लगातार 1 हफ्ते से सभी कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर ही कार्य किया। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का इसके पीछे यह तर्क है कि उन्हें पिछले 2 महीने से वेतन नहीं मिला है व उनका कोई जीवन बीमा भी नहीं है और उन्होंने माननीय सीएम तीरथ सिंह रावत जी के 10 तारीख को अल्मोड़ा आने पर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया और ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मियों ने समय पर वेतन ना मिलने की शिकायत की। उन्होंने बताया की उनका AVSM आउटसोर्सिंग कंपनी, पीआरडी व उपनल के जरिए मेडीकल कालेज अल्मोड़ा में विभिन्न पदों पर चयन हुआ। लगातार एक साल से सभी कर्मचारी दिन रात कार्य कर रहे हैं परंतु कर्मचारियों का कोई जीवन बीमा नही हुआ है और समय पर वेतन ना मिलने उन्हें कई समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है। कर्मचारियों ने वेतनमान को बढ़ाने का और अपनी नियुक्ति को विभागीय तौर पर संविदा में करने को कहा है।
लगातार एक हफ्ते से काला फीता बांध कर काम करने वालों में रजनीश तिवारी, आशीष तिवारी, नेहा कनवाल, कृतिका वर्मा, गीता वर्मा, अर्चना रौतेला, गीता कर्मियाल, कामेश गोस्वामी, हिमांशु जोशी, गौरव कुमार, वंदना चौङीया, पूजा दीक्षित, सागर फर्तियाल, कमलेश मिश्रा, पूजा फुलरा, रेनु सतवाल, एकता, दीपिका, शिवानी जोशी, सुष्मिता, किशन चन्द्रा, वंदना लुईस, सुरेश राम, दीक्षा, कृतिका, चेतन पंत, सुमन शैली, अनुभा आदि सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी मौजूद रहे।