अग्रवाल दंपत्ति को कांग्रेस ने किया 6 साल के लिए निष्कासित

अग्रवाल दंपत्ति बोले पहले ही दे दिया था इस्तीफा
देहरादून(आरएनएस)। कांग्रेस ने प्रदेश मीडिया प्रभारी पीके अग्रवाल और परवादून अध्यक्ष लक्ष्मी अग्रवाल को कांग्रेस से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। निष्कासन पर अग्रवाल दंपत्ति ने कहा कि उन्होंने पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाने वालों और श्रीराम को न मानने वालों के साथ अब नहीं रहा जा सकता था। सोमवार सुबह तक सभी जगह ये सूचना फैल गई थी कि अग्रवाल दंपत्ति दोपहर में भाजपा ज्वाइन करने जा रहे हैं। इस पर कांग्रेस ने सुबह 11 बजे अग्रवाल दंपत्ति को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया। प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के निर्देश पर अनुशासन समिति के अध्यक्ष नवप्रभात ने पार्टी विरोधी गतिविधियों, केन्द्रीय नेतृत्व के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी के कारण तत्काल प्रभाव से पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। बिष्ट ने कहा कि दोनों लोगों ने पहले 26 जनवरी जैसे महत्वपूर्ण पर्व और उसके बाद चार फरवरी को पछुवादून जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक से दूरी बनाए रखी। इसी के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे के दून में हुए सम्मेलन के दौरान भी केन्द्रीय नेतृत्व से अभद्रता की।
उधर, लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा कि आज पूरा देश प्रभु श्रीराम मय है। ऐसे में अब प्रभु श्रीराम को न मानने वालों के साथ रहना मुश्किल हो गया था। कांग्रेस आम जन की भावनाओं को समझ ही नहीं पा रही है। विदित है अग्रवाल पहले भाजपा में रही है।