आवासीय भवनों पर लाल निशान से घबराए लोगों का तहसील में प्रदर्शन
विकासनगर। उत्तराखंड जल विद्युत निगम की शक्ति नहर के दोनों किनारों की जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने की कवायद का स्थानीय लोगों ने विरोध किया है। यूजेवीएनएल की ओर से इन दिनों अवैध कब्जा कर बनाए गए आवासीय भवनों पर लाल निशान लगाए जा रहे हैं। इसके विरोध में बुधवार को स्थानीय लोगों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के संयोजक दौलत कुंवर के नेतृत्व में बुधवार को तहसील परिसर पहुंचे स्थानीय लोगों ने यूजेवीएनएल और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मंच संयोजक कुंवर ने कहा कि शक्तिनहर किनारे ढकरानी, नंबर एक पुल पार, भीमावाला डाटपुल, नवाबगढ़, डाकपत्थर, ढालीपुर में बड़ी संख्या में आवासीय भवनों पर यूजेवीएनएल की ओर से लाल निशान लगाए गए हैं, जिससे लोग घबराए हुए हैं। कहा कि इन बस्तियों में करीब साठ साल से आवासीय मकान बने हुए हैं। जिनके बिजली, पानी और कनेक्शन भी लगे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यूजेवीएनएल की ओर से इन बस्तियों को अवैध बताकर उन्हें उजाड़ने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि जो लोग 12 साल से जिस जमीन पर काबिज हैं, उन्हें हटाने से पहले सरकार की ओर उनके पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था की जानी जरूरी है। कहा कि यूजेवीएनएल सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना करते हुए साठ साल से बसी बस्तियों को उजाड़ने की कोशिश कर रहा है। जिससे करीब छह सौ परिवारों पर आशियाना उजड़ने का संकट मंडराने लगा है। उन्होंने कहा कि गरीब तबके के लोगों के घर तोड़े जाने पर मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा।
प्रदर्शन करने वालों में अय्यूब हसन, स्वराज चौहान, हुमैरा, शक्ति, भूरा, रेखा देवी, रितू देवी, सुरती देवी, विद्या देवील, गुलसाना, इसराना, हारुन, अफसाना, रिहाना, राखी, हाजरा, इस्लाम, नरगिस, कमलेश, समून, अनीसा, हिना, शबनम, राशिद, आलिम शेर, बाला देवी आदि शामिल रहे।