आरक्षित सीटों को सामान्य करने के मामले पर छात्रों का धरना जारी

श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)।  श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)।  गढ़वाल विश्वविद्यालय में आरक्षित सीटों को सामान्य करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामले को लेकर एबीवीपी व आर्यन संगठन से जुड़े छात्र गत पांच दिनों से विवि प्रशासन से रोस्टर दिखाने की मांग पर अड्डे हुए हैं। मंगलवार देर सांय तक छात्रों व अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, लेकिन कोई समाधान न निकलने पर छात्र रात भर कुलसचिव कार्यालय में बैठे रहे। बुधवार को छात्रों का धरना कुलसचिव कार्यालय में जारी रहा। इस बीच कुलसचिव के कार्यालय में न पहुंचने पर आक्रोशित छात्रों ने विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कुलसचिव की कुर्सी पर गुमशुदा का पोस्टर चस्पा कर दिया। कुछ देर बाद जब छात्र कार्यालय से बाहर निकले तो यहां ताला लगा दिया गया। जिससे छात्र और आग बबूला हो गये। आक्रोशित छात्रों ने विवि प्रशासनिक भवन गेट के समीप धरना शुरू कर दिया। एबीवीपी के अमन पंत ने कहा कि विश्वविद्यालय में नियुक्तियों के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। बिना रोस्टर के आरक्षित सीटों को सामान्य वर्ग में कर दिया गया है,जब विवि से इस संबंध में रोस्टर मांगा जा रहा है तो अधिकारी रोस्टर दिखा नहीं पा रहे हैं। छात्र नेता आकाश रतूड़ी, दिपांशु मलवाल और रोबिन असवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन का रवैया हमेशा से छात्रों के प्रति नकारात्मक रहा है, छात्रों को छोटे से काम से लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। परीक्षा परिणामों के घोषित होने में देरी होती है, जिससे छात्रों को काफी नुकसान होता है।मौके पर केशव गुसांई, जसवंत राणा, साहिल, आशु पंत, सौरभ, सारांश आदि मौजूद रहे।

गढ़वाल विवि का प्रशासनिक भवन अग्रिम आदेशों तक बंद
छात्रों के आक्रोश को देखते हुए गढ़वाल विवि प्रशासन ने अग्रिम आदेशों तक विवि प्रशासनिक भवन को बंद करने के आदेश जारी किये हैं। गढ़वाल विवि के कुलसचिव प्रो. एनएस पंवार ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि विवि प्रशासनिक भवन में कतिपय समूहों द्वारा उत्पन्न अराजक परिस्थितियों, भय एवं अशांति के वातावरण और अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए गढ़वाल विवि ने प्रशासनिक भवन अग्रिम आदेशों तक बंद किए जाने का निर्णय लिया है। कहा कि सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी दूरभाष एवं ऑनलाइन माध्यम से अपने नियंत्रक अधिकारियों को अपने नियमित कार्य दायित्व का निर्वहन के लिए उपलब्ध रहने के निर्देश दिए गये हैं।