गांव की सुख समृद्धि के लिए थात पूजन सम्पन्न

उत्तरकाशी। कमल सिराईं पट्टी के सुनाली गांव में आयोजित नौ दिवसीय थात पूजन कार्यक्रम पांडव मंडाण के साथ रघुनाथ महाराज की देव डोलियों के सानिध्य में विधिवत रूप से सम्पन्न हो गया। पांच वर्षो के अंतर्राल मे सम्पन्न होने वाली इस थात पूजा में सभी ग्रामीणों ने हवन यज्ञ कर स्थानीय देवी देवताओं से अपनी तथा गांव की सुख समृद्धि की कामना की।
रवांई क्षेत्र के गांव-गांव में थात माता की यह विशेष पूजा, पांडव नवरात्र, घड़ियाल व सावन के माह में आयोजित देव जातर तथा देव जांगड़े विशेष आकर्षक व पारम्परिक रीति रिवाज व पौराणिक संस्कृति के अनुसार किये जाते हैं। थाती माता की यह पूजा-अर्चना हर पांच वर्षों में एक बार गांव की सुख-शांति, समृद्धि के लिए नौ दिनों तक की जाती है। जिसमें संस्कृतिक परंपरा एवं पांडव कालीन आस्था की झलक देखने को मिलती है।नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजन कार्यक्रम के सातवें दिन गांव, क्षेत्र की सुख समृद्वी-बूरी आत्माओं से रक्षा को पांडव कालीन पांडुलिपि के पंडित हरिकृष्ण उनियाल ग्राम देवता, ईष्ट देवता की उपासना कर सत्नाजा एवं धागे कच्चे सूत व सात प्रकार के अनाज विभिन्न प्रकार की बली देकर गांव की चारों दिशाओं में फेंकर सुरक्षा बंधन बांधा जाता हैं।
वहीं अंतिम दिवस पर खेतों की मिट्टी, पारम्परिक कृषि यंत्रों व औजारों की पूजा की जाती है। पंडित भूवनेश उनियाल ने बताया कि थाती पूजा हर पांच वर्षों में होती है सदियों व पूर्वजों के समय से ही पाडंव लिपि से थाती माता की पूजा अर्चना व सुरक्षा बंधन किया जाता हैं, समस्त पूजा अर्चना पण्डवानी लिपि व विधि-विधान से किया जाता है। कहा कि इस पूजन कार्यक्रम में महाराज व भीमा काली माता की देव डोलियां भी गांव -गांव से ढोल व नगाड़ों के साथ 9 दिवसीय यज्ञ पूजन में शामिल होती हैं। शनिवार को थाती माता पूजन कार्यक्रम में सोवेंद्र राणा, प्रधान विरेन्द्र सिंह, रामचंद्र उनियाल, कमलेश्वर नौटियाल, राजेंद्र सेमवाल व रोहित भंडारी, पूर्व प्रधान प्रेम लाल, राजेंद्र लाल, सोवेंद्र पंवार, विपिन कुमार, सतवीर पंवार आदि सैकड़ों लोगों मौजूद थे।