महंगे शौक ने छात्रों को बनाया नशे का कारोबारी, नशीले इंजेक्शनों के साथ बीफार्मा के छात्र पकड़े
रुड़की। एसटीएफ और पुलिस ने बाइक सवार दो युवकों से नशे के 21,360 कैप्सूल और 2490 इंजेक्शन बरामद किए। पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
एसटीएफ को बुधवार देर रात सूचना मिली कि दो युवक बाइक पर सवार होकर नशे की दवाओं की खेप लेकर रुड़की की ओर जा रहे हैं। सूचना मिलने पर एसटीएफ इंस्पेक्टर शरद चन्द गुसाई के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मंडावर चेकपोस्ट पर चेकिंग अभियान चलाया। कुछ देर बाद ही बाइक पर सवार दो युवक दो पेटियों में कुछ सामान लेकर वहां पहुंचे। तलाशी के दौरान उनके पास एक पेटी में 21360 कैप्सूल और दूसरी पेटी में 2490 इंजेक्शन मिले। पुलिस ने दोनों युवकों को थाने लाकर पूछताछ की। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम मुख्तदिर अहमद निवासी ग्राम नन्हेड़ा थाना क्षेत्र भगवानपुर और नदीम निवासी बिझौली कोतवाली क्षेत्र मंगलौर बताया। पुलिस के दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर बाइक सीज कर दी।
भगवानपुर थाना क्षेत्र के गांव तक भी नशीले मादक पदार्थ क्षेत्र में पैर पसार गया है। भगवानपुर, पुहाना, चुड़ियाला, तिरुपुर, चौली शहाबुद्दीनपुर के अलावा घाड़ क्षेत्र के कई गांव में नशीले पदार्थों की बिक्री चोरी-छिपे होती रहती है। शाम ढलते ही इसका शिकार युवा इस तरह के कारोबार में संलिप्त देखे जा सकते हैं। नशीली दवाओं के साथ पकड़े गए दोनों छात्र शौक पूरा करने में इतने मदहोश हो गए कि उन्होंने अपने करियर की चिंता भी नहीं की। दोनों ने पूछताछ में बताया था कि घर से केवल पढ़ाई के पैसे मिलने के कारण अपने शौक पूरे नहीं कर पाते थे। इसलिए उन्होंने अपने शौक पूरा करने के लिए इस काम को चुना। उन्होंने बताया कि पिछले करीब एक साल से दोनों मिलकर नशे के इंजेक्शन और कैप्सूल भगवानपुर और आसपास के क्षेत्र में बेचने का काम कर रहे हैं। थाना प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि शिक्षण संस्थानों के समीप अभियान चलाकर निगरानी की जाएगी।