सीएम धामी ने किया पुस्तक ‘बियोंड दि मिस्टी वेल- टैम्पल टेल्स ऑफ उत्तराखंड’ का विमोचन

पुस्तक में आठ सौ से अधिक मंदिरों का उल्लेख

देहरादून देवभूमि उत्तराखंड के पौराणिक मंदिरों का विवरण समेटे भारतीय प्रशासनिक सेवा की सेवानिवृत्त अधिकारी आराधना जौहरी की पुस्तक ‘बियोंड दि मिस्टी वेल – टैम्पल टेल्स ऑफ उत्तराखंड’ का विमोचन मंगलवार को देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया। धामी ने कहा कि पुस्तक के जरिए देश विदेश के लोग उत्तराखंड के मंदिरों के बारे में प्रमाणिक जानकारी ले सकेंगे। मुख्यमंत्री आवास में आयेाजित कार्यक्रम में धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के पौराणिक मंदिरों पर आधारित यह पुस्तक हमें अपनी संस्कृति और माइथोलॉजी के बारे मे अवगत कराती है। उन्होंने आराधना जौहरी के बतौर जिलाधिकारी नैनीताल किए गए कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि, स्थानीय लोग उन्हें अब भी याद करते हैं। सीएम ने कहा कि इस पुस्तक से उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

800 से अधिक मंदिरों का विवरण
पुस्तक की लेखिका आराधना जौहरी ने कहा की उन्होंने नैनीताल में ही शिक्षा हासिल की, उनके पिताजी तब डीएम नैनीताल थे। इसके तीस साल बाद वो भी नैनीताल की डीएम रहीं। यहां पोस्टिंग के दौरान ही देवभूमि की संस्कृति, यहां के मंदिरों, लोक देवताओं को करीब से जानने का मौका मिला। तब से उनके मन में पुस्तक लिखने का विचार था। उन्होंने कहा कि एक बार वो विदेश में सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थी, तब तीन महीने तक व्हील चेयर पर रही थी। लेकिन पुस्तक लिखने के दौरान वो दूर दराज के मंदिरों तक जाने में कामयाब रही। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में आठ सौ से अधिक मंदिरों का उल्लेख किया गया है। इसमें मंदिरों को लेकर प्रचलित लोक गाथाओं के साथ ही उनकी स्थापत्य शैली, पौराणिक महत्व पर फोकस किया है। इसमें से कई मंदिरों का उल्लेख पौराणिक ग्रंथों में तक है।