
भरतपुर। दिल्ली-मुंबई रेल लाइन पर शुक्रवार की शाम एक महिला का शव मिला है। महिला का पीहर गांव जघीना व ससुराल नदबई थाने के गांव रौनीजा है। महिला ससुरालीजनों के मारपीट करने के कारण कुछ समय से पीहर में ही रह रही थी। मृतका के कांस्टेबल पति के किसी महिला के साथ अवैध संबंध थे, ऐसे में पति उसे पसंद नहीं करता था। साथ ही ससुरालीजन आए दिन दहेज की मांग को लेकर मारपीट करते थे। परिजनों ने आरबीएम अस्पताल में पुलिस अधिकारियों के सामने आरोप लगाते हुए विरोध व्यक्त किया कि नदबई थाने में सात दिन पहले रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। वरना इतना बड़ा हादसा नहीं होता। अब उद्योगनगर थाने में मृतका के भाई ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
उद्योगनगर थाना पुलिस के अनुसार कपिल पुत्र सतवीर जाट निवासी गांव जघीना हाल शिवनगर कॉलोनी ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि 11 दिसंबर 2020 को उसकी बहन कल्पना की शादी राजस्थान पुलिस में कार्यरत कांस्टेबल कुलदीप पुत्र श्यामबाबू जाट निवासी रौनीजा थाना नदबई के साथ हुई थी। शादी के समय से ही कल्पना के ससुरालीजन पति कुलदीप, ससुर श्यामबाबू, सास शकुंतला, देवर संजू व विष्णु आए दिन उसके साथ मारपीट करते थे। कल्पना के पति कुलदीप के एक महिला के साथ अवैध संबंध थे। ससुरालीजन कल्पना को मारना चाहते थे। पूर्व में भी कल्पना के चाचा जगवीर सिंह की ओर से छह दिन पहले ही नदबई थाने में ससुरालीजनों के खिलाफ मारपीट करने व दहेज के लिए प्रताडि़त करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस समय कल्पना के साथ बेहरमी से मारपीट करने के कारण वह पीहर में ही रहकर इलाज करा रही थी। उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। सात जुलाई को शाम चार बजे कल्पना का देवर संजू व विष्णु शिवनगर कॉलोनी स्थित घर में आए। उस समय कल्पना घर पर अकेली थी। दोनों ने कल्पना को जान से मारने की धमकी दी। मोबाइल देकर चले गए। आठ जुलाई को संजू व विष्णु दुबारा शिवनगर आए और उसे साथ लेकर चले गए। शाम करीब 4.40 बजे सूचना मिली कि कल्पना दिल्ली-मुंबई रेल लाइन पर मृत पड़ी हुई है। ऐसे में कल्पना के दहेजलोभी ससुरालीजनों ने उसे जान से मार दिया है।
सवा महीने पहले की मृतका से मारपीट, कराया था भर्ती
मृतका के चाचा जगवीर सिंह पुत्र नत्थी सिंह निवासी जघीना थाना उद्योगनगर ने एक जुलाई को नदबई थाने में मामला दर्ज कराया था। इसमें बताया था कि 26 मई 2020 को सुबह करीब सात बजे कुलदीप जब घर पर था। कुलदीप ने कल्पना को जान से मारने के लिए रस्सी का फंदा उसकी गर्दन में डाल दिया और जोर से खींचने लगा। कल्पना को जान से मारने का प्रयास करने लगा। वह जान बचाकर भागी। पास में ही खड़े ससुर श्यामबाबू व देवर विष्णु ने उसकी पीठ पर लात मारी। इससे वह जमीन पर गिर पड़ी। कुलदीप ने कल्पना के पेडू पर लात मारी। इसके बाद कुलदीप नौकरी पर चला गया। उसका कोई इलाज नहीं कराया। 26 जून को दोनों देवर उसे बाइक से गांव जघीना छोड़कर भाग गए। इस पर कल्पना को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 29 जून को श्यामबाबू ने फोन पर भी उसे जान से मारने की धमकी दी।