दून के सरकारी अस्पतालों में इलाज ठप, कोरोनेशन अस्पताल में डॉक्टरों से मारपीट के बाद आक्रोश

देहरादून। जिला अस्पताल (कोरोनेशन अस्पताल) में डॉक्टर और कर्मचारियों से मारपीट के विरोध में शुक्रवार को आक्रोशित डॉक्टर और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टर और कर्मचारियों ने मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं ठप कर दी गई हैं। ओपीडी में शुक्रवार को ना दवाई मिली और ना ही उपचार दिया गया। भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद थी।  वहीं मृतक युवक के परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र पर मारपीट का आरोप लगाया है। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठाई है। उधर कोरोनेशन जिला अस्पताल के साथ गांधी शताब्दी अस्पताल में भी हड़ताल हो गई  । फार्मासिस्ट, नर्सिंग और फिजियोथेरेपी ने भी समर्थन दिया। इसके अलावा रायपुर और प्रेमनगर सीएचसी में भी डॉक्टर और कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है। शहर के प्रमुख अस्पतालों में हड़ताल से मरीज हलकान हैं। मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कोरोनेशन अस्पताल में पीएमएचएस, फार्मेसिस्ट, फिजियोथैरेपिस्ट, नर्सिंग, चतुर्थ श्रेणी लैब टेक्नीशियन और फिजियोथैरेपी तमाम स्वास्थ्य संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे हैं। आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।

बता दें कि बीती रात नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवक की संदिग्ध हालात मौत हो गई। इसके बाद कोरोनेशन अस्पताल में हंगामा हुआ। आरोप है कि कुछ लोगों ने डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट और अभद्रता की। पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। शुक्रवार को युवक का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के बीच कराया जाएगा। डालनवाला इंस्पेक्टर एनके भट्ट के मुताबिक, गुरुवार रात 9:30 बजे कुछ लोग एक युवक को अचेत अवस्था में लेकर कोरोनेशन अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृत युवक के शरीर पर निशान देखकर डॉक्टरों ने पुलिस को सूचना देकर शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया। तभी कुछ ही देर में काफी संख्या में लोग वहां पहुंचे और इमरजेंसी में मौजूद ईएमओ डॉ. गौरांग जोशी, फार्मासिस्ट श्याम लाल बिजल्वाण और वार्ड ब्वाय सुधीर कुमार के साथ अभद्रता शुरू कर दी।

आरोप है कि वहां मौजूद लोगों ने अस्पताल में हंगामा काटा और धक्का-मुक्की करते हुए डॉक्टर गौरांग जोशी के साथ मारपीट की। वार्ड ब्वाय सुधीर कुमार की अंगुली में भी चोट लगी है। सूचना मिलते ही एक अन्य ईएमओ डॉ. मनीष कुमार मौके पर पहुंच गए। सीएमएस डॉ. शिखा जंगपांगी को मामले की सूचना दी। जानकारी मिलते ही सीएमओ डॉ. मनोज उप्रेती अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। डालनवाला इंस्पेक्टर एनके भट्ट ने बताया कि हंगामा कर रहे लोग अस्पताल से भाग चुके थे। कुछ लोग अस्पताल में मौजूद थे। मृतक के परिजनों के साथ आए लोगों ने नशा मुक्ति केंद्र में मारपीट के गंभीर आरोप लगाए। देर रात परिजन रायपुर थाने में भी पहुंचे थे। क्योंकि नशा मुक्ति केंद्र रायपुर थाना क्षेत्र में है। भट्ट ने बताया कि शव को कब्जे में ले लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और शिकायत आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें : डॉ. वर्मा
पीएमएचएस के अध्यक्ष डॉ. मनोज वर्मा ने कहा कि डॉक्टर और स्टाफ के साथ अस्पताल में इस तरह मारपीट किया जाना बेहद निंदनीय है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस संबंध में वह एसएसपी से बात करेंगे।