बंगाल में राजनीतिक हिंसा पर भाजपा ने खोला मोर्चा

नड्डा ने डाला बंगाल में डेरा, पीएम ने राज्यपाल को फोन कर हिंसा पर जताई चिंता
शीर्ष अदालत पहुंची पार्टी ने की सीबीआई जांच की मांग
हिंसा के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन आज

नई दिल्ली (आरएनएस)। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पश्चिम बंगाल में जारी राजनीतिक हिंसा मामले में भाजपा ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। गृह मंत्रालय द्वारा राज्यपाल से हिंसा संबंधी रिपोर्ट मांगने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल को फोन कर हिंसा पर चिंता जताई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य में डेरा डाल दिया है। जबकि पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर राजनीतिक हिंसा की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। हिंसा के विरोध में पार्टी बुधवार को देशव्यापी प्रदर्शन करेगी।
भाजपा का आरोप है कि चुनाव जीतने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता सरकार के संरक्षण में हिंसा को अंजाम दे रहे हैं। इस हिंसा में पार्टी ने अपने नौ कार्यकर्ताओं के मारे जाने, महिलाओं को भी निशाना बनाने, दुकानों मेंं लूटपाट के आरोप लगाए हैं। हालांकि तृणमूल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं पर हिंसा करने और इस हिंसा में अपने तीन कार्यकर्ताओं की मौत होने का दावा किया है।
कार्यकर्ता को संदेश देने की कोशिश
दरअसल ऐसा कर पार्टी राज्य के कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती से खड़े रहने का संदेश देना चाहती है। इसी रणनीति के तहत पार्टी के साथ-साथ सरकार भी सक्रिय हुई है। पार्टी अध्यक्ष नड्डïा ने खुद राज्य में दो दिन बिताने का फैसला किया है। जबकि गृह मंत्रालय ने राज्यपाल से रिपोर्ट तलब की है। पार्टी प्रवक्ता सांबित पात्रा ने कहा कि सरकारी संरक्षण में हिंसा हो रही है। यह सीधे सीधे भाजपा को वोट देने वाले दो करोड़ से अधिक लोगों को दी जाने वाली चेतावनी है। उन्होंने कहा कि हम इस हिंसा के खिलाफ मूक दर्शक बन कर नहीं रहेंगे। अपने कार्यकर्ताओं, समर्थकों और राज्य के नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
पीएम ने जताई चिंता
नतीजे के दिन ममता बनर्जी को जीत की बधाई देने वाले पीएम ने राजनीतिक हिंसा पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मंगलवार को राज्यपाल धनखड़ को फोन कर ताजा स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान हिंसा पर चिंता जाहिर की। राज्यपाल ने खुद इस आशय की जानकारी देते हुए राज्य में जारी हिंसा को बेहद शर्मनाक बताया।