बंद मकान से दंपति के गला रेते हुए शव बरामद
रुडकी। सिविल लाइंस कोतवाली के खटका गांव में दंपति के गला रेते हुए शव बरामद हुए। सूचना आस-पास के गांवों में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद कई थाने और कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस अलग-अलग बिंदुओं से मामले की जांच कर रही है। सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के खटका गांव में सुशील (33) पुत्र सहेंद्र अपनी पत्नी पूनम (30) और 12 वर्षीय पुत्र वंश के साथ रहता था। सुबह पुत्र को दंपति ने तैयार कर किसी काम से घर से बाहर भेजा था। इस बीच दोनों घर पर अकेले थे। इस बीच सुशील के साले ने फोन किया तो काफी देर तक फोन रिसीव नहीं हुआ। अनहोनी की आशंका पर साला घर पहुंचा। लेकिन मेन दरवाजे की अंदर से कुंडी लगी मिली। किसी तरह साला छत के रास्ते घर के अंदर गया। अंदर का नजारा देखकर साले के होश उड़ गए। एक कमरे में सुशील और पूनम के खून से लथपथ शव पड़े मिले। शोर-शराबा होने पर ग्रामीणों की भीड़ आसपास जुट गई। संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों से मामले की जानकारी जुटाई और दंपति के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि दंपति के गले पर धारदार हथियार के निशान मिले हैं। पुलिस ने दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है।
मासूम के सिर से उठा मां-बाप का साया: सुशील और पूनम का विवाह करीब 15 साल पूर्व हुआ था। बुधवार सुबह पुत्र वंश को दंपति ने किसी काम से घर से बाहर भेजा था। जिसके बाद दोपहर करीब बारह बजे दोनों के शव घर में खून से लथपथ हालत में मिले। माता-पिता की संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने से मासूम के सिर से मां-बाप का साया उठ गया है।
घर के आस-पास रही भारी भीड़: घर से दंपति के शव मिलने की खबर आस-पास के गांवों में कुछ ही मिनटों में आग की तरह फैल गई। जिस किसी ने भी खबर सुनी वह मौके की ओर दौड़ पड़ा। कई गांवों के प्रधान समेत अन्य ग्रामीण खटका गांव पहुंच गए।
फॉरेंसिक टीम ने नमूने लिए: सूचना पाकर फॉरेंसिक की एक टीम दंपति के घर पहुंची। टीम ने घर से फिंगरप्रिंट के नमूने लिए हैं। बताया गया है कि दंपति के शव के बराबर वे एक धारदार ब्लैड नुमा हथियार भी मिला है। एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि घर से फॉरेंसिक टीम ने नमूने लिए हैं।
होटल में सफाई कर्मी था सुशील: परिजनों के अनुसार सुशील का स्वभाव बहुत ही सरल था। उसकी किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी। रुडक़ी के एक होटल में सुशील कई सालों से सफाई कर्मी के तौर पर काम करता था।
पड़ोसियों ने झाडू लगाते हुए देखा था: पड़ोसी गजय सिंह ने बताया कि सुशील का परिवार सालों से गांव में रह रहा था। सुबह बच्चों ने पूनम को घर के बाहर सुबह करीब नौ बजे झाडू लगाते हुए देखा था। किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि पूनम और सुशील अब इस दुनिया में नहीं हैं।