
देहरादून। कांग्रेस के नए घोषित अध्यक्ष गणेश गोदियाल के विधिवत कार्यभार ग्रहण करने से पहले ही पार्टी में उथल-पुथल शुरू हो गई है। रुद्रपुर नगर निगम के 11 पार्षदों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर पार्टी नेतृत्व को बड़ी चुनौती दे दी है। गोदियाल 16 नवंबर को देहरादून में चार्ज लेने वाले हैं, लेकिन उससे पहले उधमसिंह नगर में उठी इस बगावत ने पार्टी की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
इस्तीफा देने वाले पार्षद विधायक तिलकराज बेहड़ के समर्थक माने जा रहे हैं। जिलाध्यक्ष पद पर हिमांशु गावा की दोबारा नियुक्ति से बेहड़ नाराज बताए जा रहे हैं। इस्तीफा देने वालों में बेहड़ के पुत्र सौरभ बेहड़ भी शामिल हैं। विधायक का आरोप है कि पिछले दो दशक से जिले में कांग्रेस संगठन पर एक ही परिवार का वर्चस्व बना हुआ है और योग्य कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।
तिलकराज बेहड़ ने कहा कि संगठन में उनकी बात नहीं सुनी गई और प्रभारी के समक्ष भी मुद्दा उठाने के बावजूद निर्णय पुराने पैटर्न पर ही लिया गया। उनका आरोप है कि जिन लोगों ने पंचायत चुनाव में भाजपा की मदद की, वही आज जिले में नेतृत्व की भूमिका निभा रहे हैं।
प्रकरण के उभरते ही अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने तिलकराज बेहड़ से बात कर स्थिति सामान्य करने की कोशिश की। गोदियाल ने कहा कि सभी पक्षों की बात सुनी जाएगी और मसले का जल्द समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी को एकजुट रखना प्राथमिकता है और असंतोष दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उधमसिंह नगर में यह बगावत ऐसे समय में सामने आई है, जब प्रदेश नेतृत्व में बदलाव कर कांग्रेस 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए नई रणनीति और उत्साह के साथ तैयारी में जुटी है।


