
उत्तरकाशी(आरएनएस)। पर्यटन विभाग की ओर से चयनित पर्वतारोहियों और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के 13 सदस्यीय दल ने बंदरपूंछ पर्वत शृंखला की सबसे ऊंची चोटी काला नाग का सफल आरोहण किया है। दल ने बीते 12 अक्तूबर की सुबह समुद्रतल से करीब 6378 मीटर ऊंची चोटी का सफल आरोहण किया। यह काला नाग चोटी का इस वर्ष का दूसरा सफल आरोहण है।
विश्व पर्यटन दिवस पर उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से 17 सदस्यीय दल को जनपद की काला नाग चोटी के आरोहण के लिए हरी झंडी देकर रवाना किया गया था। दल में प्रदेश के सभी जनपदों से 12 पर्वतारोहियों का चयन किया गया था। इसमें चार लोग उत्तरकाशी के भी शामिल थे। वहीं पांच जवान आईटीबीपी के भी शामिल थे। दल ने अक्तूबर प्रथम सप्ताह में काला नाग चोटी के आरोहण के लिए अभियान शुरू किया। इस दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और बर्फीले तूफान के बीच दल ने अपने साहस का परिचय देते हुए काला नाग चोटी का सफल आरोहण किया। 17 सदस्यीय दल में से 13 सदस्यों ने 12 अक्तूबर की सुबह करीब सात से आठ बजे के बीच चोटी का सफल आरोहण कर वहां पर तिरंगा फहराया।
उसके बाद दल सकुशल लौट आया है। पर्यटन विभाग की ओर से साहसिक खेलों और पर्वतारोहण को बढ़ावा देने के लिए अभियान का आयोजन किया गया था। काला नाग चोटी यमुनोत्री धाम, मोरी से हिमाचल प्रदेश चल फैली बंदरपूंछ पर्वत शृंखला की सबसे ऊंची चोटी है। वहीं यह गोविंद पशु वन्य जीव विहार के क्षेत्र के तहत आता है। चोटी का सफल आरोहण करने वालों में संजय, मुनेंद्र राणा, संगीता दानू, पंकज, सुमित, चंदन, किरन, आशीष नेगी और आईटीबीपी के सनोद नेगी, पवन राणा, भूपेंद्र, विनय डिमरी, विकास मौजूद रहे।





