
श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)। बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर सिद्धपीठ कमलेश्वर महादेव मंदिर में खड़ दीया अनुष्ठान इस बार चार नवंबर को आयोजित होगा। अनुष्ठान के लिये पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। अभी तक संतान प्राप्ति के लिए 77 निःसंतान दंपतियों ने पंजीकरण कराया है। पंजीकरण कराने वालों में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों के अलावा उत्तरप्रदेश, नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, बैंगलौर, चंडीगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान से दम्पति शामिल हैं। मान्यतानुसार जो भी निःसंतान दम्पति कमलेश्वर महादेव मंदिर में बैकुंठ चतुर्दशी पर्व पर खड़ दीया अनुष्ठान करता है। उसे भगवान शिव के आशीर्वाद से संतान की प्राप्ति होती है। प्रत्येक वर्ष कमलेश्वर महादेव मंदिर में कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को खड़ दीया अनुष्ठान आयोजित होता है। इस दिन संतान प्राप्ति के लिये देश-विदेश से सैकड़ों की संख्या में लोग खड़ दीया अनुष्ठान में शामिल होते हैं। इसी दिन से श्रीनगर में बैकुंठ चतुर्दशी मेले की शुरूआत भी होती है। कमलेश्वर महादेव मंदिर के महंत आशुतोष पुरी महाराज ने बताया कि खड़ दीया अनुष्ठान में शामिल होने के लिए अभी तक 77 भक्तों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से चले आ रहे खड़ दीया के विशेष अनुष्ठान में जो भी निसंतान दंपति रात भर हाथों में जलता दीपक लिये खड़े होकर भगवान शिव की पूजा करता है। उसे कमलेश्वर महादेव संतान प्राप्ति का वरदान देते हैं। दूसरी ओर अन्य भक्त अपनी इच्छा, परिवार एवं समाज की सुख-समृद्धि की कामना के लिए भी खड़ दीया की पूजा में शामिल होते हैं। इस अनुष्ठान को देखने के लिए दूर दराज से हजारों लोग मंदिर परिसर में पहुंचते हैं। महंत ने बताया कि पूजा में शामिल होने और खड़ दीया के पंजीकरण के लिए चार नवंबर सुबह तक रजिस्ट्रेशन जारी रहेंगे।