
अल्मोड़ा। चौघानपाटा से शुक्रवार को शहीद सम्मान यात्रा 2.0 की शुरुआत केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा और जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर की। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को सदैव याद रखा जाएगा। उनके परिवारों को भी सम्मान दिया जाना उतना ही जरूरी है। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें सैनिकों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही हैं और उन्हें उचित सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। देहरादून में निर्मित सैन्यधाम इसी का प्रतीक है। शहीद सम्मान यात्रा के अंतर्गत अल्मोड़ा के चार शहीदों—शहीद हवलदार नंदन सिंह अधिकारी, शहीद सिपाही बृजेश रौतेला, शहीद हवलदार राजेंद्र सिंह और शहीद सिपाही हिमांशु—के घरों से पावन मिट्टी कलश में संग्रहित कर देहरादून स्थित शहीद स्मारक तक ले जाई जाएगी। यहां से यह कलश लैंसडाउन पहुंचेंगे और फिर वहां से एकत्र होकर सैन्यधाम में स्थापित किए जाएंगे। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल विजय मनराल (से नि) ने जानकारी दी कि वर्ष 2021 में आयोजित पहली शहीद सम्मान यात्रा में जनपद के 159 शहीदों के आंगन से पावन मिट्टी और कोसी, सुयाल, रामगंगा जैसी नदियों का पावन जल संग्रह कर सैन्यधाम भेजा गया था। देहरादून के गुनियाल गांव में उत्तराखंड के पांचवें धाम के रूप में सैन्यधाम का निर्माण कार्य 3 जुलाई 2023 को प्रारंभ हुआ था। वर्तमान में यह स्थल शौर्य और बलिदान का प्रतीक बन चुका है। यात्रा के शुभारंभ अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्षा हेमा गैड़ा समेत कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग मौजूद रहे।