Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • देहरादून
  • देहरादून में ‘नारी 2025’ रिपोर्ट पर बवाल, उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग ने कंपनी को जारी किया नोटिस
  • देहरादून

देहरादून में ‘नारी 2025’ रिपोर्ट पर बवाल, उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग ने कंपनी को जारी किया नोटिस

RNS INDIA NEWS 08/09/2025
default featured image

देहरादून(आरएनएस)।   देवभूमि उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून को महिलाओं के लिए असुरक्षित बताने वाली राष्ट्रीय वार्षिक रिपोर्ट और सूचकांक (एनएआरआई) 2025 पर सवाल उठ गए हैं। उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग ने रिपोर्ट को लेकर पीवैल्यु एनालैटिक्स कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा है और कंपनी के प्रबंध निदेशक को अगली सुनवाई में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, सर्वे से जुड़ी सभी दस्तावेज़ और बैठक की मिनट्स रिपोर्ट एक सप्ताह में जमा करने का आदेश दिया गया है।
आज आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल की अध्यक्षता में सुनवाई हुई। कंपनी की तरफ से प्रतिनिधि मयंक ढय्या उपस्थित रहे, जिन्होंने रिपोर्ट को ‘एकेडमिक’ बताते हुए क्षमा मांगी और कहा कि इसका उद्देश्य किसी शहर की छवि खराब करना नहीं था। लेकिन आयोग के सवालों के जवाब देने में वे असफल रहे। आवश्यक जानकारी न होने पर उन्होंने जवाब देने के लिए कंपनी से बात करने की बात कही, जिस पर आयोग ने उन्हें फटकार लगाई।
कुसुम कण्डवाल ने कहा कि कंपनी के पास रिपोर्ट और सर्वे से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी का अभाव है। आयोग ने निर्देश दिए कि अगली सुनवाई 15 सितंबर 2025 को होगी, जिसमें प्रबंध निदेशक, प्रमुख इन्वेस्टिगेटर और सहायक इन्वेस्टिगेटर समेत पूरी रिसर्च टीम को उपस्थित होना अनिवार्य होगा। आयोग ने स्पष्ट कहा कि सर्वे में शामिल महिलाओं की प्रोफ़ाइल, पूछे गए सवाल, टेलीफोनिक सर्वे के मानक और शोध के मापदंड स्पष्ट न होने से रिपोर्ट संदेहास्पद प्रतीत होती है। यदि कंपनी संतोषजनक जवाब नहीं देती तो आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
महिला आयोग ने कहा कि रिपोर्ट में कई खामियां पाई गई हैं और रिपोर्ट में उपयोग किए गए डेटा सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। सर्वे में किन महिलाओं को शामिल किया गया, वे कार्यरत हैं या गृहिणी, यह जानकारी भी नहीं दी गई। ऐसे में आयोग ने कड़ा रुख अपनाते हुए पारदर्शिता की मांग की है।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: पुलिस ने छात्रों को साइबर अपराध और नशे के दुष्परिणामों के प्रति किया जागरूक
Next: मतदाता सूची से 1300 मतदाताओं के नाम कटने पर मंत्री बहुगुणा नाराज

Related Post

default featured image
  • अल्मोड़ा
  • चमोली
  • देहरादून

पीएम धन-धान्य कृषि योजना से जुड़े अल्मोड़ा और चमोली

RNS INDIA NEWS 11/10/2025
Dhami pic new
  • उत्तराखंड
  • देहरादून

प्रदेश की सभी सड़कों को शीघ्र गड्ढा मुक्त किया जाए: सीएम

RNS INDIA NEWS 11/10/2025
default featured image
  • देहरादून

भाजपा नेत्री बचना शर्मा पर दो मुकदमे दर्ज

RNS INDIA NEWS 10/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 12 अक्टूबर
  • पीएम धन-धान्य कृषि योजना से जुड़े अल्मोड़ा और चमोली
  • औषधि निरीक्षक ने गरुड़ में दो मेडिकल स्टोर बंद कराए
  • नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को भेजा जेल
  • पौड़ी के 91 स्कूलों में शुरू हुए वर्चुअल क्लास रूम
  • 5 लाख की स्मैक के साथ एक आरोपी गिरफ्तार

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.