
श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)। डॉक्टर्स-डे पर मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में मंगलवार को बेहतर कार्य करने वाले आठ डॉक्टरों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मेडिकल कॉलेज प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चिकित्सा शिक्षा निदेशक एवं मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि एक जुलाई 1882 को जन्मे डॉ. बीसी रॉय ने न केवल भारत की चिकित्सा व्यवस्था को सशक्त बनाया, बल्कि स्वास्थ्य नीति के निर्माण में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ. सयाना ने कहा कि डॉक्टरों को गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता फैलाने और समाज में व्याप्त पुरानी मान्यताओं को चुनौती देने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे एमबीबीएस छात्रों एवं पीजी छात्रों को ऐसे महान चिकित्सकों से प्रेरणा लेते हुए अपनी नींव मजबूत करनी चाहिए। उन्होंने दून में आयोजित हुए कार्यक्रम में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. दयाकृष्ण टम्टा एवं ब्लड बैंक से प्रोफेसर डॉ. दीपा हटवाल के सम्मानित होने पर बधाई दी। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2025 की थीम है मास्क के पीछे: कौन उपचारक को ठीक करता है? यह थीम डॉक्टरों के मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य की ओर ध्यान आकर्षित करती है। महामारी और अत्यधिक कार्यभार के चलते चिकित्सकों को भी देखभाल और सहारे की आवश्यकता होती है। कार्यक्रम का संचालन एमबीबीएस छात्रा सौम्या पंत एवं इशांक सिंह ने किया। इस मौके पर डॉ. अनिल द्विवेदी, डॉ. राकेश रावत, डॉ. धनंजय डोभाल, डॉ. दिनेश सिंह, डॉ. मोहित सैनी आदि मौजूद थे। इन चिकित्सकों को मिला सम्मान- मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विनीता रावत, डॉ. नियती ऐरन, डॉ. विक्की बक्शी, डॉ. सरेन्द्र सिंह नेगी, डॉ. मोहित कुमार, डॉ. लक्ष्मण यादव, डा. आरती पाल, डॉ. विनोद तिवारी को सम्मानित किया गया।





