वसंत पंचमी पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया

चम्पावत(आरएनएस)।  चम्पावत में वसंत पंचमी पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कवियों ने कोयल जब गाए तो वसंत, सरसों जब लहराये तो वसंत.. समेत तमाम कविताएं पेश की। चम्पावत संस्कृत स्कूल में रविवार को साहित्यिक एवं सांस्कृतिक चेतना मंच ने काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप जला कर किया गया। सुमन पांडेय मां बसंत ऋतु है आई, ऋतुओं के राजा को लाई.. कविता पेश की। कविता सक्टा ने वो अपना दिल वो अपनी जां देश के नाम कर आया..की प्रस्तुति दी। हिमानी महर ने बात कुछ ऐसी जानी, पुराने जमाने की कहानी…कविता पेश की। अंकित भट्ट ने इश्क में मैं तेरे तलबगार हो गया, खोया ऐसा की शाबाद हो गया.. गजल पेश की। प्रकाश जोशी शूल ने कोयल जब गाये तो वसंत, सरसों जब लहराये तो वसंत..की प्रस्तुति दी। नवीन पंत ने इस मंच से कुछ नाम लिए गए, नाम उनके जिनके औहदे थे..पेश की। सुभाष जोशी ने हो गया निशा का अंत, महका बागों में वसंत..की प्रस्तुति दी। डॉ.बीसी जोशी ने हाथों लेकर वीणा आसन कमल विराजे.. और सतीश चंद्र पांडेय ने मेरी कलम से कुछ उजाला हो जाए, भटकते को जिंदगी का सहारा मिल जाए.. कविता पेश की। मुख्य अतिथि भगवत प्रसाद पांडेय ने भी कविता पेश की।

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