डॉ० अम्बेडकर की मूर्ति चोरी, पुलिस ने आनन-फानन में लगवाई नई मूर्ति
रुडक़ी। झबरेड़ा थाना क्षेत्र के भिश्तीपुर गांव में रात को किसी समय असमाजिक तत्वों ने डॉ. आंबेडकर की मूर्ति को नीचे से काटकर चोरी कर लिया। मूर्ति चोरी होने की सूचना पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। आनन-फानन में नई मूर्ति को मंगवाकर स्थापित कराया गया और बवाल शांत कराया गया। पुलिस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है। साथ ही किसी बड़ी साजिश की आशंका भी जताई जा रही है। भिश्तीपुर गांव में आंबेडकर पार्क में डॉ. भीम राव आंबेडकर की मूर्ति लगी हुई है। रात में किसी तरह से मूर्ति को जूते के पास से काटकर चोरी कर लिया गया। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को सुबह के समय मिली। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। सूचना पाकर झबरेड़ा विधायक रविन्द्र सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने एक टीम को हरिद्वार में नई मूर्ति लाने के लिए भेज दिया। तब तक यहां पर झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल, बैजयंती माला, भीम आर्मी के महक सिंह, प्रमोद महाजन, सुशील पाटिल, पूर्व विधायक हरिदास, कांग्रेस नेता विरन्द्र जाति के अलावा जेएम नमामी बंसल एवं एसपी देहात एसके सिंह भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद मूर्ति को स्थापित कराकर मामले को शांत कराया गया। पुलिस अधीक्षक देहात एसके सिंह ने बताया कि इस संबंध में तहरीर मिल गई है। उस पर मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही इसमें बड़ी साजिश की आशंका भी लग रही है। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। मोबाइल सर्विलांस की मदद से जांच जारी है। वहीं झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने इस मामले में घोषणा की कि यहां पर सीसीटीवी कैमरा, हाई मास्क लाइट एवं मूर्ति की सुरक्षा के लिए जाल लगाया जाएगा।
पहले भी होते रहे इस तरह के मामले: झबरेड़ा, भगवानपुर एवं कलियर में भी पूर्व में इस तरह के मामले प्रकाश में आते रहे हैं। खुब्बनपुर गांव में तो दो साल पहले कई दिन तक बवाल चला था। यहां पर सुरक्षा जाल को तोडक़र ही मूर्ति को खंडित कर दिया गया था। इसी तरह से मेहवड़ में भी बवाल हो चुका है। यहां तो कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे।
चुनाव नजदीक आते ही इस तरह के मामले बढऩे की आशंका: जिले में अगले कुछ माह में पंचायत चुनाव प्रस्तावित है। इसको लेकर दावेदारों ने भी कमर कस ली है। साथ ही 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भी संभावित दावेदारों ने भागदौड़ शुरू कर दी है। आशंका इस बात की है कि चुनाव नजदीक आते ही कुछ जगह माहौल खराब करने की कोशिश की जाती है।