देवप्रयाग में नहाते समय सूरत का यात्री बहा

नई टिहरी। बदरीनाथ धाम यात्रा से लौटे सूरत के हीरा व्यापारी भागीरथी नदी तट पर नहाते समय नदी में बह गये। पुलिस और एसडीआरएफ के जवान नदी में यात्री की तलाश में जुटे हैं, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई है। गुजरात के सूरत का हीरा व्यापारी संजय अपने परिजनों के साथ बीते शनिवार सांय को बदरीनाथ धाम से लौटने के बाद देवप्रयाग स्थित बदरी केदार धर्मशाला के नीचे भागीरथी नदी घाट में स्नान कर रहे थे, इसी दौरान संजय (40) पुत्र भीम जी भाई का नहाते समय पैर फिसल गया और वह नदी की तेज धारा में बह गये। उनके परिजनों में चीख पुकार मच गई। सूचना पर देवप्रयाग थाने के एसएसआई अनिरुद्ध मैठाणी के नेतृत्व में जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने शनिवार तलाशी अभियान शुरु किया लेकिन अंधेरा होने के कारण तलाशी अभियान को रोकना पड़ा। एसएसआई ने बताया रविवार को एसडीआरएफ और जल पुलिस ने गंगा नदी के 20 किमी. व्यास घाट तक तलाशी अभियान चलाया लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई। देवप्रयाग निवासी अनुज कोटियाल, नगर सभाषद रुपेश गुसाईं, माधव पंचपुरी, विनोद टोडरिया, संजय भट्ट ने नदी तट घाटों पर तीर्थ यात्रियों के सुरक्षा के मद्देनजर अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिये जल पुलिस और होमगार्ड की तैनाती की मांग की है। उन्होंने कहा कि यात्री और पर्यटक नहाने के लिये नदी के घाटों चले जाते हैं, इस दौरान अप्रिय घटना घट हो जाती है। कहा स्थानीय लोगों द्वारा पर्यटकों और यात्रियों को नदी तटों पर जोखिम की जानकारी भी दी जाती है, लेकिन वह बात को अनसुना कर देते हैं, जिसके कारण कई लोग नदी के तेज धारा में बह जाते हैं।