विधानसभा घेराव को लेकर कांग्रेस ने तय की रणनीति
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने सभी प्रकोष्ठ और विभाग अध्यक्षों को 13 मार्च को प्रस्तावित गैरसैंण विधानसभा घेराव कार्यक्रम को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। प्रस्तावित घेराव को लेकर करन माहरा ने शनिवार को कांग्रेस भवन में सभी प्रकोष्ठ और विभागों की बैठक ली। इस मौके पर माहरा ने कहा कि इस समय देश चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा है। केंद्र सरकार सार्वजनिक सम्पत्तियों को बेच रही है, इसी तर्ज पर राज्य सरकार ने भी सितारगंज चीनी मिल बेचने की तैयारी शुरु कर दी है। राज्य सरकार ने गन्ना किसानों का भी बकाया भुगतान नहीं किया है। भर्ती घोटाला, महंगाई को लेकर प्रदेश में असंतोष है, इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सरकार के खिलाफ सड़कों पर आना होगा। उन्होंने सभी अनुसांगिक संगठनों को 13 मार्च के घेराव में संख्याबल के साथ मौजूद रहने को कहा। बैठक में इंटक प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष संगठन- प्रशासन मथुरा दत्त जोशी, बुद्विजीवी विभाग के अध्यक्ष प्रदीप जोशी, प्रदेश अध्यक्ष के सलाहकार अमरजीत सिंह, अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन लाल, खेल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह चौधरी, गोरखा प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष अनिल बस्नेत, असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष सुशील राठी, अखिल भारतीय कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के समन्वयक एवं उत्तराखण्ड प्रभारी मदन लाल आदि उपस्थित रहे।
ग्रीष्मकालीन राजधानी बनी शो पीस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया है कि ग्रीष्मकालीन राजधानी में तीन साल बाद भी शो पीस बनकर रह गई है। माहरा ने कहा कि इन तीन सालों में मुख्यमंत्री, मंत्री से लेकर अधिकारी तक कोई भी वहां नहीं बैठ पाया है। गरीब जनता की खून-पसीने की कमाई से लिए गए टैक्स के करोड़ों रुपए से बना विधानसभा भवन शोपीस बन कर रह गया है। माहरा ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा गैरसैण में कमिश्नरी की घोषणा भी हवा हवाई साबित हुई है।