सब्जियों से हर्बल रंग तैयार कर रही महिलाएं
ऋषिकेश। होली का त्योहार नजदीक आते ही रंगों की डिमांड बढ़ गई है। इन दिनों लोग हर्बल रंगों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसको देखते हुए रानीपोखरी में महिलाएं सब्जियों के रस से हर्बल गुलाल बनाने में लगी हैं। महिलाओं को उम्मीद है कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में होली पर हर्बल गुलाल अधिक बिकेगा। रानीपोखरी, जौलीग्रांट के कान्हरवाला में नई आशा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 11 महिलाएं इस कार्य में लगी हैं। यह महिलाएं फूलों की पंखुड़ियों, गुलाब जल, चंदन, चुकंदर, पालक आदि सब्जियां से गुलाल तैयार कर रही हैं। यह देखने में बेहद आकर्षक तो है ही, साथ ही त्वचा को भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाता। समूह की अध्यक्ष आशा सेमवाल ने बताया कि हरे रंग के लिए पालक, धनिया, पीले रंग के लिए हल्दी, गुलाबी रंग के लिए गुलाब, लाल रंग के लिए चुकंदर को बारीक पीसकर उसका रंग निकाला जाता है। रंग के साथ तुलसी, चंदन आदि अन्य सामग्री डालकर सूखने के बाद इसे बारीक पीस कर उसमें बारीक आरारोठ मिला कर गुलाल तैयार किया जाता है। यही महिलाएं दीपावली के समय में मोमबत्ती, गोबर से दिए बनाती हैं, मोमबत्ती को खुशबूदार बनाने के लिए उसमे हाथों से तैयार चंदन का निकला रस डालते है। इससे महिलाएं अपनी आजीविका चला रही हैं। पिछले चार वर्ष से महिलाएं इस कार्य को कर रही हैं। इससे अच्छी आय अर्जित की जा रही है। हर्बल गुलाल की मांग को देखते हुए इस बार और अधिक मात्रा में गुलाल बनाया जा रहा है। इन्हें विभिन्न स्थानों पर काउंटर लगाकर महिला समूह से जुड़ी महिलाएं बेचेंगी। यह रंग बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त रंगों की बजाय स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होंगे। मौके पर समूह से जुड़ी लक्ष्मी राणा, भागवती, उषा भट्ट, भूमा रावत, निर्मला राणा, सीमा राणा, आरती, अनीता राणा आदि उपस्थित रहीं।