314 कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बनने को तैयार

देहरादून। शनिवार को पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार कर 314 कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बन जाएंगे। इस दौरान 11 मित्र राष्ट्रों के 30 कैडेट भी पास होकर अपने-अपने देश की सेना का हिस्सा बनेंगे। पीओपी से पहले कैडेटों ने सोमवार को कमांडेंट परेड में अपने जोश का परिचय दिया। इस दौरान कैडेटों ने भी सेना में सेवा के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रोत्साहित किया। आईएमए के ऐतिहासिक चेटवुड ड्रिल स्क्वायर में गुरुवार को कमांडेंट परेड में ले. जनरल विजय कुमार मिश्रा ने परेड की समीक्षा की। उन्होंने सभी जेंटलमेन कैडेटों को एक बेदाग उपस्थिति और उत्कृष्ट ड्रिल के लिए बधाई दी। कहा कि यह आईएमए में प्रशिक्षण के माध्यम से प्राप्त उच्च स्तर की प्रेरणा, गर्व और सामंजस्य को दर्शाता है। अब वे देश की रक्षा पंक्तियों को कमांड कर विरोधी को हराने की कठिन जिम्मेदारी वहन करेंगे। यह उनमें से प्रत्येक से देश के लिए अत्यधिक प्रेम, असाधारण चरित्र, सम्मान और कर्तव्य की एक मजबूत भावना, आत्मविश्वास, क्षमता और साहस की मांग करता है। आत्मविश्वास एक नेता के सबसे महत्वपूर्ण गुणों में से एक है। यह चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में मजबूत और दृढ़ रहने के लिए ज्ञान, स्थितिजन्य जागरूकता, गर्व और शिष्टता की अभिव्यक्ति है। साहस में शारीरिक वीरता के साथ-साथ दृढ़ विश्वास के साहस के दोनों पहलू शामिल हैं। सैन्य अभियानों में उनके सभी कार्यों में शारीरिक साहस स्पष्ट होना चाहिए। नैतिक साहस स्पष्ट रूप से अंतर करने का ज्ञान है। सही और गलत के बीच किसी भी स्थिति में कठिन सही को चुनने के लिए चरित्र की ताकत को आत्मसात करें। नेतृत्व के लिए आत्म-बलिदान आवश्यक है और एक लीडर की प्रमुख जिम्मेदारी है। उन्हें यह देखना चाहिए कि उनके जवानों की जरूरतें पहले पूरी हों, और उन्हें पूरा करने के लिए अपना भरसक प्रयास करें। उन्होंने जेंटलमैन कैडेटों को अंतिम पासिंग आउट परेड में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।

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