2021 मे भारतीय वन जीव संस्थान की टीम करेगी हिम तेंदुओं की गणना का काम

पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला, मुनस्यारी, अस्कोट के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले हिम तेंदुए का सर्वे वर्ष 2021 में किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग ने प्रारंभिक चरण में ट्रैक चिन्हित करने का काम पूरा कर लिया है। भारतीय वन जीव संस्थान की टीम हिम तेंदुओं की गणना का काम करेगी। धारचूला, मुनस्यारी और अस्कोट के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले हिम तेंदुए की गणना भारतीय वन जीव संस्थान अप्रैल-मई 2021 में करेगा। वन विभाग ने प्रारंभिक चरण में हिम तेंदुए की गणना से पूर्व साइन सर्वे पूरा कर लिया है। विभाग ने 3200 से 12 हजार फीट तक ट्रैक सर्वे किया। हिम तेंदुए की गणना के लिए पांच से आठ किमी की रेंज में ट्रैक बनाए हैं। इन स्थानों में हिम तेंदुओं के चिन्ह मिले हैं। इसके अलावा चिह्नित ट्रैकों में हिम तेंदुए के पसंदीदा शिकार भरल और ब्लू शीप की लीद भी मिली है। क्या है साइन सर्वे क्षेत्र में हिम तेंदुए के पग चिन्हों की गहनता से जांच की जाती है। इन स्थानों पर ट्रैक बनाया जाता है। इसके बाद इन ट्रैकों में कैमरे लगाए जाते हैं। हिम तेंदुओं की गणना के लिए अप्रैल और मई के बाद ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे। हिम तेंदुआ अफगानिस्तान, भूटान, चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, मंगोलिया, नेपाल, पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान में पाए जाते हैं।
गणना को आठ जगह बनाए हैं सर्वे ट्रैक: वन विभाग की टीम ने आठ स्थानों पर ट्रैक का सर्वे किया, जिसमें हिम तेंदुए के निशान पाए गए। टीम ने मुनस्यारी में तीन, धारचूला में तीन और अस्कोट रेंज में दो सर्वे ट्रैक बनाए हैं। चिन्हों को संकलित कर जीपीस पर लेकर सर्वे किया गया है। वन विभाग की आठ टीमों में शामिल 50 कर्मियों ने 20 किमी से अधिक क्षेत्र में सर्वे किया। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में टेंट में रहकर 15 दिन में सर्वे के काम को पूरा किया।