2 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी
एसआईटी की जांच में 2 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। दोनों मुन्नाभाई एक दशक से भी अधिक समय से खानपुर ब्लॉक, रुडकी के प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे थे। एसआईटी रिपोर्ट के बाद विभाग ने दोनों को बर्खास्त कर दिया है। उप शिक्षाधिकारी खानपुर ने इनके खिलाफ तहरीर भी खानपुर थाने में दे दी है। सरकार के आदेश पर पुलिस की एक एसआईटी प्रदेश भर के राजकीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में तैनात सरकारी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच कर रही है। अभी तक लक्सर और खानपुर में 10 से अधिक शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए जा चुके हैं। विभाग इन पर कार्रवाई भी कर चुका है। पिछले दिनों खानपुर विकासखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय करणपुर में तैनात सहायक अध्यापक भूपेंद्र कुमार और राजकीय प्राथमिक स्कूल शेरपुर बेला के सहायक अध्यापक अशोक कुमार के प्रमाण पत्र भी एसआईटी जांच में फर्जी पाए गए थे। एसआइटी के इसकी रिपोर्ट हरिद्वार जिला शिक्षाधिकारी बेसिक को भेजी थी। लेकिन विभाग को रिपोर्ट मिलने के पहले ही दोनों शिक्षक ड्यूटी से लापता हो गए थे। जिला शिक्षाधिकारी ने अपना पक्ष रखने के लिए दोनों अध्यापकों को नोटिस भेजे, लेकिन नोटिस उनके पते से वापस आ गए। इसके बाद जिला शिक्षाधिकारी ने दोनों शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त किए गए भूपेंद्र कुमार मार्च 2010 में लगे थे, जबकि अशोक कुमार जनवरी 2007 से बतौर सरकारी शिक्षक पढ़ा रहे थे। अब विभाग दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में है। खानपुर की उप शिक्षाधिकारी दीप्ति यादव ने बताया कि दोनों शिक्षकों के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी गई है। उधर एसओ पीडी भट्ट का कहना है कि मामले की प्रारंभिक जांच के लिए शिक्षा विभाग से कुछ दस्तावेज मांगे गए हैं। दस्तावेज मिलने पर उनका अध्ययन करके मुकदमा दर्ज करने के साथ ही कार्रवाई की जाएगी।