
अल्मोड़ा(आरएनएस)। विश्व योग दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला न्यायालय अल्मोड़ा परिसर में प्रातः 7 बजे से योग जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन करते हुए जनपद न्यायाधीश श्रीकांत पांडेय ने योग के महत्व, वैज्ञानिक लाभ और जीवन में इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि योग न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का माध्यम है, बल्कि यह जीवन में संतुलन और अनुशासन लाने का सशक्त साधन भी है। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव शचि शर्मा ने किया। योग प्रशिक्षण का दायित्व योगाचार्य सूरज बिष्ट और स्वेता पंत ने संभाला, जिन्होंने प्रतिभागियों को प्राणायाम, ध्यान तथा विभिन्न योग आसनों का अभ्यास कराया। साथ ही उन्होंने ध्यान (मेडिटेशन) के महत्व पर भी विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर परिवार न्यायालय की न्यायाधीश नीना अग्रवाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दयाराम, सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रविन्द्र देव मिश्र, न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि अरोड़ा, अधिवक्ता, न्यायालय के अधिकारी-कर्मचारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पदाधिकारी और पैरा लीगल वॉलिंटियर मौजूद रहे। शिविर के अंत में योग दिवस से संबंधित पम्पलेट भी वितरित किए गए ताकि आमजन को भी योग के प्रति जागरूक किया जा सके।





