यात्रियों के ऑफलाइन पंजीकरण को शीघ्र शुरू करवाए सरकार

ऋषिकेश(आरएनएस)। 31 मई तक चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण बंद किए जाने पर संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने मंगलवार को कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था 50-50 प्रतिशत निर्धारित करने और ऑफलाइन पंजीकरण अतिशीघ्र शुरू करने की मांग की। इस संबंध में मंगलवार को संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजा। समिति के अध्यक्ष नवीनचंद रमोला ने कहा कि संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था में प्रदेश में नौ निजी परिवहन कंपनियां पिछले 8 दशकों से, संपूर्ण प्रदेश में पर्वतीय दुर्गम एवं मैदानी क्षेत्रों में दैनिक सेवाओं के संचालन के साथ-साथ चारधामों के पट खुलने पर श्रद्धालुओं को निजी बसों से धामों के दर्शन का कार्य सुचारु रूप से करते रहे है। प्रत्येक वर्ष चारधाम यात्रा के लिए सरकार परिवहन व्यवसायियों से सुझाव आमंत्रित करती रही है। यह व्यवस्था उत्तर प्रदेश के समय से चली आ रही है। लेकिन अब सरकार चारधाम यात्रा नीति बनाने से पूर्व परिवहन उद्यमियों, स्टेक होल्डर की उपेक्षा कर रही है। प्रशासन द्वारा चारधाम यात्रियों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के निर्धारित धामों की तय क्षमतानुसार यात्रियों को 31 मई तक पूर्ण कर दिया गया है। जबकि ऑनलाइन रजिस्टर्ड के बुकिंग के आंकड़ों में भारी हेराफेरी है। 30 प्रतिशत यात्री वास्तविक नहीं है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था 50-50 प्रतिशत निर्धारित होनी चाहिए। सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन के दौरान ऋषिकेश में उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए। 50 प्रतिशत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ऋषिकेश में ही एक या दो दिन पूर्व भौतिक प्रत्यक्षीकरण के साथ हो और 50 प्रतिशत ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन सामान्य प्रक्रिया से यात्रियों की उपस्थिति के साथ हो। धामों में इस समय सर्वाधिक भीड़ निजी वाहनों की है। निजी वाहनों को या तो रोका जाये, या फिर इनकी संख्या निश्चित की जाये। शीघ्रातिशीघ्र ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन जारी किया जाए। इस अवसर पर सुधीर राय, दिनेश बहुगुणा,ओपी भट्ट्र,एसके मोर्या, पंकज कुमार आदि उपस्थित थे।