यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाले चिकित्सकों को दिया जरूरी प्रशिक्षण

ऋषिकेश। चारधाम यात्रा मार्ग पर एम्स ऋषिकेश और राज्य सरकार के चिकित्सक श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएंगे। एम्स प्रशासन ने चारधाम मार्ग पर तैनात होने वाले चिकित्सकों के लिए कार्यशाला आयोजित किया। इसमें चिकित्सकों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया। बुधवार को एम्स ऋषिकेश में फिजियोलॉजी विभाग के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तीर्थ यात्रियों को अक्सर शारीरिक परेशानियां ज्यादा होती हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों के यात्रा मार्गों पर इन आकस्मिक परेशानियों का चिकित्सीय स्तर से किस प्रकार तात्कालिक निदान किया जा सकता है, यह अनुभव सभी चिकित्सकों को होना चाहिए। डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने कार्यशाला को चारधाम यात्रा में ड्यूटी देने वाले चिकित्सकों के लिए बहुलाभकारी बताया। कहा कि कार्यशाला से प्राप्त अनुभव चारधाम यात्राकाल के अलावा अन्य अवसरों के लिए भी लाभदायक सिद्ध होगा। कार्यशाला को चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, फिजियोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. लतिका मोहन आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान अधिक ऊंचाई पर होने वाली स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों, अन्य विभिन्न दिक्कतों, हृदय और श्वास संबंधी परेशानियों और उनके निदान सहित हेलीकॉप्टर द्वारा मरीजों की निकासी और उन्हें स्वास्थ्य परेशानी होने पर आक्सीजन देने के सही तरीकों के बारे में विभिन्न माध्यमों से ट्रेनिंग दी गई। मौके पर एयर वाइस मार्शल रिटायर्ड दीपक गौड, इंदिरा गांधी राजकीय मेडिकल कॉलेज नागपुर के प्रो. सतीश देव पुजारी, अमृता मेडिकल कॉलेज फरीदाबाद के कर्नल एसपी सिंह, वृघंम यंग यूनिवर्सिटी यूएसए के क्रेग नट्टल, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखंड के सहायक निदेशक डॉ. मयंक बडोला, नेत्र विभाग एम्स ऋषिकेश की डॉ. नीती गुप्ता, डॉ. जयंती पंत आदि उपस्थित रहे।


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