बाजपुर में यशपाल आर्य और संजीव आर्य पर हुआ हमला
काशीपुर। बाजपुर में कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने बाजपुर जा रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की कार पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में उनके बेटे एवं नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य समेत कई समर्थक चोटिल हो गए। आर्य किसी तरह भीड़ से बचकर पैदल ही बाजपुर कोतवाली पहुंचे और हमलावरों पर कार्रवाई के लिए धरना शुरू कर दिया। कोतवाली में करीब साढ़े तीन घंटे चले धरने के बाद आर्य की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा समेत 13 लोगों पर विभिन्न धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर को वह समर्थकों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने बाजपुर आ रहे थे। उनके बेटे पूर्व विधायक संजीव आर्य और कांग्रेस नेता हरेंद्र सिंह लाडी व अन्य समर्थक उनके साथ थे। जैसे ही उनका काफिला बाजपुर स्थित श्मशान घाट के पास पहुंचा तो असमाजिक तत्वों ने लाठी-डंडों और तलवारों के साथ उनके काफिले को रोक लिया। जब वह और उनके बेटे भीड़ को समझाने के लिए नीचे उतरे तो भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि हमले में उनके बेटे संजीव आर्य और समर्थकों को चोटें आईं। बाद में किसी तरह यशपाल अपने बेटे व समर्थकों के साथ पैदल ही कोतवाली पहुंचे और हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए धरने पर बैठ गए। पुलिस ने आर्य की तहरीर पर पूर्व जिपं सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा समेत 13 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
जातिसूचक शब्द कहने का आरोप: पूर्व मंत्री यशपाल आर्य ने दर्ज मुकदमे में जाति सूचक शब्द बोलने के आरोप लगाए हैं। यशपाल ने कहा है कि भीड़ में मौजूद प्रवीण कंबोज नाम के व्यक्ति ने न सिर्फ उन्हें जाति सूचक शब्द कहे बल्कि बाजपुर से चुनाव नहीं लड़ने की चेतावनी दी।
किंदा ने किया था विरोध का ऐलान: पूर्व जिपं सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा ने पूर्व में ही यशपाल आर्य के बाजपुर आगमन पर विरोध का ऐलान किया था। शनिवार को कुलविंदर किंदा समर्थकों के साथ हल्द्वानी रोड लेवड़ा पुल पर जमा हो गए थे। दोपहर करीब 12.20 पर यशपाल आर्य का काफिला जैसे ही लेवड़ा पुल पर पहुंचा इन लोगों ने काले झंडे दिखाकर नारेबाजी शुरू कर दी। आर्य के समर्थकों के कार से नीचे आते ही दोनों तरफ से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। पूर्व मंत्री की कार को घिरा देख पुलिस भी हरकत में आ गई। पुलिसकर्मियों ने हमलावरों को तितर-बितर करने का प्रयास किया। करीब आधे घंटे तक दोनों पक्षों में विवाद होता रहा। यशपाल आर्य के समर्थकों संग कोतवाली पहुंचने के बाद रास्ता खाली हो सका।
पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की तहरीर पर 13 नामजद लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। -प्रमोद कुमार, एडिशनल एसपी, काशीपुर।