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विश्वविद्यालय की ऑनलाइन ईआरपी प्रणाली में आ रही खामियों को जल्द दूर किया जाए : एबीवीपी

पीजी के दाखिले शुरू लेकिन यूजी के परिणाम कब

यूजी के परिणाम घोषित न होने की वजह से छात्र अन्य विश्वविद्यालयों में पीजी दाखिला लेने में असमर्थ : एबीवीपी

आरएनएस शिमला। एबीवीपी विश्वविद्यालय इकाई ने कुलपति को विभिन्न छात्र मांगो को पूरा करने हेतु ज्ञापन सौंपा। यह जानकारी इकाई मंत्री आकाश नेगी ने दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय का ऑनलाइन ईआरपी प्रणाली में भारी पड़ी खामियों को जल्द दूर किया जाए, ईआरपी में गड़बड़ियों के कारण कभी छात्रो को परिणामों में फेल दर्शाया जाता है तो कभी छात्र फीस जमा नहीं कर पा रहा, यह भी देखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन ईआरपी प्रणाली को पूरे देश भर में सर्वोत्तम कोटि का कहता है लेकिन आज ईआरपी प्रणाली के परिणाम हम सबके सामने है।

उन्होंने यूजी के बीए, बीकॉम, बीएससी, अंतिम वर्ष के छात्रों के परिणामों को भी जल्द घोषित करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश विश्विद्यालय ने पीजी कि प्रवेश परीक्षाएं तो करवा दी, लेकिन अभी तक यूजी के परिणाम घोषित नहीं किए। उन्होंने कहा कि ऐसे में बिना परिणामों के छात्र दाखिला कैसे ले पाएगा और यूजी के छात्रों के परीक्षा परिणामों को जल्द घोषित करने की मांग को एबीवीपी ने प्राथमिकता से उठाया है।

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में लंबे समय के बाद शिक्षा पटरी पर लौट आ रही है , प्रदेश में स्कूलों, महाविद्यालयों को छात्रों के लिए खोल दिया गया है। स्कूलों ओर महाविद्यालयों में पहले की ही तरह कक्षाएं हो रही है लेकिन प्रदेश विश्वविद्यालय को पिछले लंबे समय से बन्द रखा गया है, छात्रवासों को भी बन्द रखा गया है, आने वाले दिनों में छात्रों की परीक्षाएं होनी है लेकिन वे छात्र जो अभी घर पर है और किराए के कमरे में रहने के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है क्या विश्वविद्यालय उन्हें शिमला में रहने के लिए किराए के कमरे में रहने के लिए मजबूर करेगा ? आकाश ने कहा कि छात्रों कि परीक्षाएं शुरू हो चुकी है इसलिए छात्रों को रहने के लिए छात्रावासो को नियमित रूप से खोला जाए।

उन्होंने बताया कि परीक्षाओं के इस दौर में छात्रों के लिए पढ़ाई के समय में कमी न हो इसलिए विश्वविद्यालय पुस्तकालय के 24 घंटे के अनुभाग को छात्रों के लिए जल्द खोला जाए।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने महामारी को ध्यान में रख कर छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय लिया लेकिन बहुत से छात्र ऐसे हैं जो परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए जिसके कारण वे अभी भी प्रमोट नहीं हो पाएं है। ऐसे में वे छात्र जिनके बैच के सभी छात्र लगभग साल पहले प्रमोट हो गए है वे अभी भी प्रमोट नहीं हो पाए है। ऐसे में अगर वे प्रमोट नहीं होते है तो उनका पूरे साल भर का समय बर्बाद हो जाएगा इसलिए उन्हें जल्द प्रमोट किया जाए।

उन्होंने छात्रों के लिए विश्वविद्यालय में वैक्सिनेशन सेंटर खोलने की मांग भी उठाई उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्रों और स्टाफ के लिए विश्वविद्यालय में ही वैक्सिनेशन सेंटर खोला जाए।


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