विजय माल्या के खिलाफ लंदन हाईकोर्ट पहुंचे भारतीय बैंक

लंदन, 20 दिसंबर । भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में भारतीय बैंकों के एक समूह ने भगोड़े शराब व्यवसायी विजय माल्या के खिलाफ फि र लंदन के हाईकोर्ट का दरवाजा खटकाया है। यह मामला बंद हो चुकी किंगफि शर एयरलाइंस को दिए गए ऋ ण की वसूली से जुड़ा है। ऋ णशोधन एवं कंपनी मामलों की सुनाई करने वाली पीठ के मुख्य न्यायाधीश माइकल ब्रिग्स ने शुक्रवार को मामले की वीडियो संपर्क से सुनवाई की। इस दौरान माल्या और बैंकों के समूह दोनों की ओर से भारतीय उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों ने दोनों की कानूनी स्थिति के पक्ष और विपक्ष में दलीलें पेश की। दोनों पक्षों ने ब्रिटेन में माल्या के खिलाफ दिवाला आदेश के पक्ष-विपक्ष में अपनी दलीलें पेश की। बैंकों ने जहां माल्य से धन की वसूली ब्रिटेन में करने के लिए उनकी भारतीय परिसंपत्तियों की प्रति भूति छोडऩे का अधिकार होने का दावा किया। इसके विपरीत माल्या के वकील ने कहा कि भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को प्रतिभूति का अधिकार छोडऩे की छूट नहीं है, क्योंकि उनमें जनता का पैसा लगा है। बैंकों की ओर से बैरिस्टर मार्सिया शेकरडेमियन ने कहा, ‘एक वाणिज्यिक इकाई होने के नाते यह बैंकों का अधिकार है कि वे अपने पास रखी गई सिक्योरिटी को लेकर क्या फैसला लेते हैं।