रेप केस में महिला अफसर का नहीं हुआ टू-फिंगर टेस्ट : वायुसेना प्रमुख

आरोपी पर होगा कड़ा ऐक्शन

नई दिल्ली (आरएनएस)। तमिलनाडु के कोयंबटूर रेप केस में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है। वीआर चौधरी ने कहा है कि ऐसी घटनाओं पर वायुसेना का कानून बहुत सख्त है। उन्होंने बताया कि महिला अधिकारी का टू-फिगर टेस्ट नहीं किया गया।
गौरतलब है कि रेप पीडि़ता महिला अधिकारी ने कहा था कि रेप के बाद वायुसेना के अधिकारियों ने उनकी सुनवाई नहीं की और डॉक्टरों ने उनका टू-फिगर टेस्ट किया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने बैन कर रखा है। वायुसेना वीआर चौधरी ने मीडिया कार्यक्रम में कहा, वायुसेना के कानून ऐसी घटनाओं पर बहुत सख्त हैं. टू-फिगर टेस्ट की बात को गलत तरीके से रिपोर्ट किया गया है कि कोई टू-फिंगर टेस्ट नहीं हुआ था। हम अच्छी तरह नियमों से वाकिफ हैं और इस मामले में उचिक तरीके से कार्रवाई की जाएगी।

पीडि़ता का दावा
वायुसेना की महिला अधिकारी ने अपनी शिकायत में कहा था कि वायुसेना के अधिकारियों ने उनकी मदद नहीं और बताया कि रेप की पुष्टि करने के लिए अकादमी के डॉक्टरों टू-फिंगर टेस्ट किया था।

पूरा मामला
तमिलनाडु के कोयंबटूर में वायु सेना के प्रशिक्षण कॉलेज में एक महिला अधिकारी ने अपने सहकर्मी पर बलात्कार करने का आरोप लगाया था। अपनी शिकायत में पीडि़ता ने कहा था कि उसके साथ 20 सितंबर को दुष्कर्म किया गया। बलात्कार की शिकायत के बाद कोयंबटूर पुलिस ने 26 सितंबर को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और जेल में डाल दिया। अब कोर्ट वायपसेना को आरपी अफसर पर कोर्ट मार्शल के तहत कार्रवाई करने की अनुमति दे दी है।

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