वनों को आग लगाते पकड़े जाने पर अब जुर्माने के साथ होगी जेल

बागेश्वर। वनों को आग लगाने वालों की अब खैर नहीं। आग लगाते पकड़े जाने पर अब जुर्माने के साथ जेल भी होगी। इसके अलावा आग लगाने वालों की सूचना देने वालों को दस हजार का इनाम भी दिया जाएगा। डीएम ने सख्त रुख अपनाते हुए वन विभाग से जंगलों में लगी आग पर तुरंत काबू पाने के निर्देश दिए हैं। इसमें किसी तरह की लापरवाही सहन नहीं होगी। डीएम विनीत कुमार ने शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक में आग लगाने वालों पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके अलावा आरोपियों की सूचना देने पर सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रख 10 हजार का इनाम भी दिया जाएगा। उन्होंने सब डिविजन व ब्लॉक स्तर पर टीमें गठित करने को कहा, जो निंरतर निगरानी बनाते हुए प्रभावी कारवाई से भी अवगत कराएगी। उन्होंने इसके लिए माइक्रो प्लांन तैयार करते हुए न्याय पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर बैठकें आयोजित कर लोगों को वृहद स्तर पर जागरूक करने को कहा। वनाग्नि की घटनाएं बढ़ने पर एसडीआरएफ को भी इसमें शामिल किया जाय और जरूरत पड़ने पर सेना की भी मदद ली जाए। उन्होंने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का स्टॉक हो। अगले दो माह तक अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर किसी भी स्टॉफ को अवकाश पर न भेजें। प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने बताया कि जिले में 91 फायर की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे 110 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि कांडा, धरमघर तथा बागेश्वर क्षेत्र में वनाग्नि की घटनाएं ज्यादा हुई हैं। सात लोगों को आग लगाते पकडे़ जाने पर जुर्माना लगाया है। इस दौरान वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलड़ा सहित पंचायत सरपंच संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा वनाग्नि रोकने के अपने सुझाव भी रखे। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, उपजिलाधिकारी गरुड़ राजकुमार पांडे, कपकोट परितोष वर्मा, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कृष्ण पलडिया आदि मौजूद रहे।