उत्तराखंड में 16 से 18 नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय मसाला और सब्जी महोत्सव का आयोजन
देहरादून। उद्यान विभाग ने हाल में देहरादून में अंतरराष्ट्रीय सेब महोत्सव का आयोजन कर उत्तराखंड में उत्पादित सेब की ब्रांडिंग की थी। साथ ही बेहतर गुणवत्ता के सेब उत्पादन के लिए विशेषज्ञों ने यहां के किसानों को सुझाव दिए थे। इसके बाद विभाग ने हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय मशरूम महोत्सव आयोजित किया। इसका फायदा ये रहा कि काफी संख्या में लोग मशरूम उत्पादन को प्रेरित हुए हैं। इसी कड़ी में विभाग अब अंतरराष्ट्रीय मसाला एवं सब्जी महोत्सव आयोजित कर रहा है। ऋषिकेश के नजदीक मुनिकीरेती में 16 से 18 नवंबर तक होने वाले इस महोत्सव के माध्यम से राज्य में पैदा होने वाले मसालों व सब्जियों से देश-दुनिया को परिचित कराया जाएगा। अमेरिका, रूस, इजराइल, आस्ट्रिया व जर्मनी के विशेषज्ञ महोत्सव से आनलाइन जुड़ेंगे तो देश के विभिन्न राज्यों के मसाला उत्पादकों के साथ ही नामी कंपनियों के प्रतिनिधि इसमें भाग लेंगे। इस दौरान मसालों के निर्यात के मद्देनजर भी खाका खींचने का प्रयास किया जाएगा।
विभाग के निदेशक डा एचएस बावेजा के अनुसार महोत्सव का उद्देश्य राज्य के मसाला व सब्जी उत्पादकों में यह विश्वास जगाना भी है कि उनके उत्पाद किसी से भी कमतर नहीं हैं। जरूरत समय के साथ चलने की है और इसके लिए यह देखना जरूरी है कि देश-दुनिया में क्या-क्या चल रहा है। इसी के दृष्टिगत अंतरराष्ट्रीय मसाला एवं सब्जी महोत्सव मुनिकीरेती में आयोजित किया जा रहा है। इसमें देश-विदेश के विशेषज्ञ किसानों का मार्गदर्शन करेंगे। महोत्सव के माध्यम से राज्य में उत्पादित जैविक हल्दी, अदरक, मिर्च समेत अन्य मसालों व इनकी गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि महोत्सव में देश की नामी मसाला उत्पादक कंपनियों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इस दौरान कंपनियों और किसानों के मध्य संवाद भी होगा। इसके अलावा मसालों के निर्यात का लेकर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड से मसाले तो निर्यात हो रहे हैं, लेकिन चुनिंदा लोग ही इससे जुड़े हैं। प्रदेश के समूह, फेडरेशन भी मसालों के निर्यात से जुड़ें, इसकी रूपरेखा पर भी महोत्सव में विमर्श किया जाएगा।