उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए निकाला कैंडल मार्च

देहरादून। प्रदेश महिला कांग्रेस की ओर से उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया। घंटाघर देहरादून से शुरू कैंडल मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल हुए। रावत ने कहा कि 2012 में गुड़गांव में दरिंदगी की शिकार उत्तराखंड के बेटी की आत्मा हमसे पूछती होगी आखिर मेरा गुनाहगार कौन है। उन्होंने कहा कि जिस समय यह वीभत्स कांड हुआ, उस समय पीड़ित के भाई-बहन छोटे थे। आज परिवार भावनात्मक रूप से पूरी तरह टूट चुका है। अंकिता भंडारी के परिवार को सरकार ने आर्थिक मदद दी, इसी तरह गुडगांव में दरिंदगी की शिकार उत्तराखंड की बेटी के परिवार को भी मदद मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को कानून के विशेषज्ञों की सहायता ली जानी चाहिए। कार्यक्रम की आयोजक महिला कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने कहा कि हम अदालत का सम्मान करते हैं। लगता है कि पुलिस ने कहीं न कहीं सबूतों को न्यायालय में ठीक से नहीं रखा। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी राज्य सरकार से न्यायिक विकल्पों को तलाशने की मांग की। कार्यकारी महानगर अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी, महेंद्र नेगी गुरुजी, शीशपाल बिष्ट, नजमा खान, निसान परवीन, आशा टमटा, राजेंद्र धवन, अनिल बसनेत, प्रदीप डोभाल, शुभम, गरिमा दसोनी, सुनील जायसवाल, अमित रावत, रॉबिन त्यागी, राजकुमार जायसवाल, ओमप्रकाश सती, मनोज नौटियाल, गुलजार अहमद, शरीफ बेग आदि मौजूद रहे।

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