
अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी (उपपा) ने प्रदेश में गांव-गांव शराब की दुकानें खोलने के सरकार के फैसले की निंदा की है। पार्टी ने इसे जनविरोधी बताते हुए कहा कि इससे जनता और युवाओं में भारी आक्रोश है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने कहा कि भाजपा सरकार नशामुक्त उत्तराखंड की बात करते हुए शराब की दुकानें खोलकर अपने ही दावों को झुठला रही है। जहां भी जनता इस फैसले का विरोध करेगी, उपपा उसका समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि सत्ता में पहुंचने के लिए नशे का उपयोग कोई नई बात नहीं है। ‘नशा नहीं, रोजगार दो’ आंदोलन ने यह साबित कर दिया है कि नशे को चुनावी रणनीति के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। उपपा ने सत्तारूढ़ दल के उन नेताओं की आलोचना की जो शराब की दुकानों का विरोध तो कर रहे हैं, लेकिन अपनी सरकार को रोकने में नाकाम हैं। पार्टी ने प्रदेशवासियों से जल, जंगल, जमीन बचाने, सरकारी नौकरियों में कटौती और ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ संघर्ष करने की अपील की।






