उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी का सदन में हंगामा, यूकेएसएसएससी भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग

देहरादून।  विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी को हराने वाले कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि भर्तियों में धांधली के सुबूत है। लेकिन सरकार सुन ही नही रही है। उन्होंने आयोग के सचिव पर आरोप लगाए। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की भर्तियों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विपक्ष ने सरकार से सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
इसके साथ ही भर्तियों में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए विधायकों की समिति गठित करने की मांग की गई।  गुरुवार को कांग्रेस विधायकों ने विधनसभा भवन के गेट पर भर्तियों में भारी भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाते हुए धरना दिया और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगार युवकों को नौकर देने के बजाय भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है।

आपको बता दें कि बुधवार को भी विपक्षी कांग्रेस ने सरकार पर जमकर हल्ला बोला था। कांग्रेस ने सरकार पर चारधाम यात्रा के लिए पर्याप्त और सुचारु व्यवस्थाओं के इंतजाम में फेल रहने का आरोप लगाया। विधानसभा सत्र में भोजनावकाश के बाद विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमले किए। विपक्षी नेताओं ने कहा कि पूरी तैयारियां न होने के कारण पूरे विश्व में उत्तराखंड का नाम खराब हुआ है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आरोप खारिज करते हुए कहा कि बेहतर तैयारियों का ही नतीजा है, जो एक माह में 20लाख से अधिक श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि पिछले दिनों चारधाम यात्रा रूट पर छह से आठ घंटे तक का जाम लगा। श्रद्धालु होटल, धर्मशालाओं तक नहीं पहुंच पाए। उन्हें सड़कों पर रात गुजारने को मजबूर होना पड़ा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हुई और सत्ता पक्ष के नेता कह रहे हैं कि मृतकों को मोक्ष की प्राप्ति हुई।

इस तरह मजाक उड़ाया जा रहा है। अव्यवस्थाओं पर पीएमओ तक को संज्ञान लेना पड़ा। केंद्र से तत्काल एनडीआरएफ भेजी गई। मौके पर सामाजिक संगठन काम करते नजर आए। ऐसे में सवाल उठता है कि एसडीआरएफ, पुलिस व प्रशासन कहां रहा? खुद एनडीएमसी के सदस्य राजेंद्र सिंह तक को सवाल उठाने पड़े।
उपनेता सदन भुवन कापड़ी ने कहा कि चार करोड़ रुपये में शौचालय का ठेका देने के बाद भी सुविधा नहीं मिली। सराय नहीं बनाई गई, उल्टा सरकारी भूमि लीज पर दे दी गई। 18 किमी के पैदल ट्रैक पर घोड़े, खच्चरों के पीने के पानी और इलाज का इंतजाम नहीं रहा। ऐसे में बड़ी संख्या में घोड़े, खच्चरों की मौत हो गई।

अव्यवस्थाओं को लेकर विधायक गोपाल राणा, विक्रम नेगी व आदेश चौहान ने भी सवाल उठाए। राजेंद्र भंडारी ने कहा कि पंजीकरण के कारण यात्रा बाधित हो रही है। बदरीनाथ धाम के आस पास एक लाख लोगों के रुकने का इंतजाम है। इसके बाद भी यात्री बॉर्डर पर रोके जा रहे हैं। रुद्रनाथ ट्रैक पर लोगों से चार्ज लिया जा रहा है। विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि पंजीकरण से लेकर हेली सेवाओं का काम गुजरात की एक कंपनी को दिया गया। इसी कंपनी के कारण पूरी दिक्कत हुई। उन्होंने कहा कि कंपनी और उसकी कार्यप्रणाली की जांच कराई जाए। संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि व्यवस्थाएं बेहतर हैं। पंजीकरण से व्यवस्था बेहतर हुई। स्वास्थ्य, सड़क व पेयजल का भी इंतजाम बढ़िया है।

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