यूओयू में उपस्थिति दर्ज करने के नियम बदलने की मांग

देहरादून। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में उपस्थिति दर्ज करने के मनमाने नियमों के चलते आम शिक्षकों में नाराजगी है। उन्होंने इसके नियम बदलने की मांग को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा है। कहा है कि दो बार सुबह और दो बार सुबह उपस्थिति दर्ज करानी होती है।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (यूटा) अध्यक्ष भूपेन सिंह ने समाचार एजेंसी आरएनएस को बताया कि विश्वविद्यालय में आम शिक्षकों की तीन बार उपस्थिति दर्ज करवाई जा रही है। बायोमैट्रिक मशीन पर सुबह और शाम दो बार पंच करना होता है। जबकि रजिस्टर पर भी उपस्थिति दर्ज करने के लिए मजबूर किया जाता है। वहीं चहेते शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करने में छूट दी गई है। विवि प्रशासन का कहना है कि सुबह 10:20 से पहले और शाम को 4:45 के बाद शिक्षक मशीन पर पंच करें। किसी जरूरी काम की वजह से कुछ देर बाद पहुंचे तो शिक्षकों की छुट्टी काटी जा रही है। जबकि अन्य विवि में इस तरह शिक्षकों को प्रताड़ित नहीं किया जाता है। इस मसले पर यूटा ने विवि प्रशासन की मनमानी के खिलाफ कुलपति और कुलाधिपति को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने एक जगह उपस्थिति दर्ज कराने की मांग की है। अन्यथा उन्होंने न्यायालय की शरण में जाने को चेताया है।

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