
देहरादून। प्रदेशभर के कॉलेज और विश्वविद्यालय खोलने को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से नये साल में कोई शासनादेश जारी नहीं किए गए हैं, जिससे निजी संस्थानों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। राजकीय स्नातक व स्नातकोत्तर महाविद्यालय तो सरकार के पूर्व घोषित आदेश के अनुरूप ही शुक्रवार से खुल गए हैं, लेकिन निजी संस्थानों में अभी भी छात्रों की संख्या बहुत कम है। इसका बड़ी वजह यह है कि वर्ष 2021 में अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोरोना महामारी को लेकर नई एसओपी जारी नहीं की गई है। 11 दिसंबर 2020 को उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन की ओर से एसओपी जारी की गई थी, जिसके अनुसार स्नातक व स्नातकोत्तर में प्रथम व अंतिम सेमेस्टर के प्रयोगात्मक विषय वाले पाठ्यक्रमों की ही ऑफलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। अन्य कक्षाओं को पहले की ही तरह ऑनलाइन संचालित किया जाएगा। ऐसी स्थित में राजकीय महाविद्यालय व 18 अशासकीय महाविद्यालयों में तो शुक्रवार से प्रयोगात्मक विषयों वाले व प्रथम व अंतिम सेमेस्टर की कक्षाएं संचालित की गई, लेकिन निजी कॉलेजों में अभी तक कक्षाएं कम ही संचालित हो रही हैं। निजी कॉलेज संचालकों का कहना है कि सरकार की ओर से एसओपी जारी होने के बाद कम से कम दस दिन का समय कॉलेज खोलने को दिया जाना चाहिए, ताकि दूसरे राज्यों में रहने वाले छात्रों को इस बारे में सूचित किया जा सके। बाहरी छात्रों को कोविड निगेटिव रिपोर्ट भी देनी होगी है। ऐसे में उन्हें मौका दिया जाना चाहिए। लेकिन नये वर्ष में अभी तक कॉलेज खोलने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुए हैं। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने इसकी पुष्टि की।