यूसीसी के प्रावधानों के खिलाफ भू-कानून संघर्ष समिति का विरोध शुरू

ऋषिकेश(आरएनएस)।   उत्तराखंड में लागू यूसीसी के कई प्रावधानों को राज्य विरोधी बताते हुए मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि इससे सीधे तौर पर राज्य के मूल निवासियों के हित प्रभावित हो रहे हैं। मूल निवास, भू-कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि लोगों ने सशक्त भू-कानून और मूल निवासी की मांग की थी, लेकिन उन्हें यह देकर उल्टा यूसीसी थमा दिया गया है, जबकि राज्य के लोगों ने यह मांगा ही नहीं था। रविवार को अमितग्राम स्थित शहीद स्मारक के पास खाली मैदान में आयोजित स्वाभिमान शंखनाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि राज्य के मूल निवासी हक-हकूक और सांस्कृतिक पहचान बचाने आदि को लेकर भू-कानून और मूल निवास लागू करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने इसकी बजाय यूसीसी लागू कर दिया है, जिसमें लिव इन रिलेनशिप जैसे प्रावधान शर्मसार करने वाले हैं। यही नहीं, एक साल राज्य में रहने वाले व्यक्ति को यहां का स्थायी निवासी माना जाएगा, जिससे सीधे तौर पर राज्य के मूल निवासियों के हक भी प्रभावित होंगे। उन्होंने इस कानून के प्रावधानों को राज्य विरोधी बताते हुए लोगों से एकजुट होने का आह्वान किया। समिति से जुड़े लुसन टोडरिया ने भू-कानून और मूल निवास की मांग को पुरजोर ढंग से उठाने में राज्यवासियों से समर्थन की अपील की। कहा कि यह मूल निवासियों और उनके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का संघर्ष में है, जिसमें सभी का योगदान जरूरी है। वहीं, सुधीर राय ने सवाल किया कि, यूसीसी जैसा कानून इतना ही जनहितैषी है तो भाजपा शासित अन्य राज्यों में इसे क्यों लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी बैठकों और अन्य माध्यमों से लोगों को इस कानून की बड़ी और मूल निवासियों के भविष्य के लिए खतरनाक खामियों को राज्य के जनजन तक पहुंचाया जाएगा। निर्दलीय मेयर प्रत्याशी रहे दिनेश चंद्र मास्टर ने भी यूसीसी के विभिन्न प्रावधानों पर सवाल उठाते हुए इसे राज्य विरोधी बताया। इस मौके पर कुसुम जोशी, सुरेंद्र सिंह नेगी, रोजनी थपालियाल, सुधीर रतूड़ी, शांति थपलियाल, मदन कोठारी, राहुल रावत, शशि रावत, रेणु नेगी, ममता रमोला, लालमणि रतूड़ी, सत्या कपरूवान, बॉबी रांगड़, आशीष पंवार, विनोद चौहान, हिमांशु रावत, संजय सिलस्वाल, आशुतोष कोठारी, हिमांशु बिजल्वाण, सीताराम राणाकोटी, संजय बुड़ाकोटी, लक्ष्मी बुड़ाकोटी, ऊषा डबराल आदि मौजूद रहे।

error: Share this page as it is...!!!!