ट्रेन टिकट के पैसे वापस पाने के झांसे में 2.12 लाख गंवाए

देहरादून(आरएनएस)। ट्रेन टिकट के कुछ सौ रुपये वापस पाने के झांसे में बुजुर्ग 2.12 लाख रुपये गंवा बैठे। साइबर ठगों ने रकम खाते में जमा करने का झांसा देकर बुजुर्ग से उनकी यूपीआई आईडी और पिन ले लिया। इसके बाद उनके बैंक खाते से रकम ट्रांसफर की गई। साइबर धोखाधड़ी को लेकर विक्रम सिंह असवाल निवासी आरएनटी मार्ग, विजय कॉलोनी ने साइबर थाने में शिकायत दी। कहा कि सात जनवरी को दिल्ली से दून आने के लिए ट्रेन का टिकट बुक किया हुआ था। बुकिंग कैंसिल हो गई। कैंसिल के कुछ समय बाद तक रिफंड का पैसा खाते में वापस नहीं मिला। उन्होंने रिफंड के लिए गूगल पर मोबाइल नंबर सर्च किया। वहां साइबर ठगों द्वारा डाले गए कस्टमर केयर को असली समझ बुजुर्ग ने संपर्क किया। सामने से बात करने वाले ने आईआरसीटीसी कर्मचारी सूरज कुमार मिश्रा बताया। उसने झांसा दिया कि खाते में तत्काल टिकट के रुपये रिफंड हो जाएंगे। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित से उनकी यूपीआई आईडी और पिन नंबर लिया। आरोप है कि इसके बाद उनके यूपीआईसी से लिंक बैंक खाते से 2.12 लाख रुपये कट गए। रकम कटने के बाद उन्होंने फिर से उस नंबर पर सर्च किया। इसके बाद फोन नहीं उठा। शहर कोतवाल राजेश साह ने बताया कि साइबर थाने तहरीर उनके यहां भेजी गई। तहरीर पर अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।