ट्रैकिंग में एडवेंजर का मजा बना सजा, उत्तराखंड में 5 ट्रैकर्स की मौत; रेस्क्यू कर 13 की जान बचाई

उत्तरकाशी(आरएनएस) । उत्तराखंड में एडवेंजर का मजा लेने के लिए ट्रैकिंग करने के लिए निकले टैकर्स पर खराब मौसम मुसीबतों का पहाड़ बनकर टूट पड़ा है। उत्तरकाशी जिले के सहस्त्रताल ट्रैक पर गए टैर्क्स फंस गए थे। पुलिस को सूचना मिलने रेस्क्यू ऑपरेशन को शुरू किया गया था।
एसडीआरएफ-पुलिस की टीमों ने फंसे ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाल अस्पताल में भर्ती करवाया। ट्रैकिंग रूट से ट्रैकर्स के पांच शवों को भी निकाला गया। उत्तरकाशी जिले के एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया की ट्रैकिंग के लिए एक दल 31 मई को  भटवाड़ी से रवाना हुआ था।
दल में 18 कर्नाटक और 01 महाराष्ट्र  का टैकर थैा। इसके अलावा, दल के साथ 03 पोर्टर और लोकर गाइड भी शामिल था। बताया कि पिछले 03 मई को ट्रैकिंग रूट पर मौसम खराब होने के कारण 04 ट्रैकर्स की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि 09 ट्रैकर्स का स्वास्थ्य खराब हो गया था।
बताया कि इनमे 07 टैकर्स धर्मशाला बेस कैंप में व दो लोग कुश कल्याण की ओर फंसे हुए है। राहत की बात यह रही थी कि सभी लोग सुरक्षित है।  सूचना मिलते ही पुलिस की टीमों ने खराब मौसम की वजह से फंसे ट्रैकर्स को निकालने के लिए एसडीआरएफ के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। राहत व बचाव टीम द्वारा कड़ी मेहनत करते हुए फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू किया गया। ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के बाद सभी को हेलीकॉप्टर से देहरादून भेजा गया, जहां उनको अस्प्ताल में भर्ती कराया गया।

ट्रैकर्स को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ट्रैक में फंसे आठ ट्रैकर्स को रेस्क्यू कर लिया गया है। सभी ट्रैकर्स को देहरादून स्थित कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर सभी की हालत सामान्य बनी है। सभी ट्रेकर्स कर्नाटक बेंगलुरु के रहने वाले हैं। वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर ज्योति डबराल और वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर परमार्थ जोशी ने उनका इलाज किया। बताया कि सोमवार शाम तक सभी को डिस्चार्ज कर होटल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। अस्पताल में भर्ती ट्रैकर्स का स्वास्थ्य ठीक है और वह किसी भी खतरे से बाहर हैं, लेकिन ज्यादा बात करने की स्थिति में नहीं हैं।

 

भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की भी मदद
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ, पुलिस-प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य किया। इसके अलावा, भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली गई। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर ने  फंसे ट्रैकर्स की लोकेशन ढूंढने में काफी मदद की।

ट्रैकर्स रेस्क्यू कर देहरादून भेजे गए
1।  सौम्या कनाले
2।   स्मृति डोलस
3।  शीना लक्ष्मी
4।  एस शिवा ज्योति
5।  अनिल जमतीगे अरुणाचल भट्ट
6।  भारत बोम्मना गौडर
7।  मधु किरण रेड्डी
8।  जयप्रकाश बी एस

रेस्क्यू किये गए ट्रैकर्स जो नटीण-भटवाड़ी में रुके हैं
1।  एस सुधाकर
2।  विनय एम के
3।  विवेक श्रीधर

सिल्ला गांव के रास्ते वापस लौट रहे ट्रैकर्स-
1।  नवीन ए
2।  रितिका जिंदल

ट्रैकर्स जिनके शव उत्तरकाशी जिले के नटीण हेलिपैड पर लाए गए
1।  सिंधु वाकेलाम
2।  आशा सुधाकर
3।  सुजाता मुंगुरवाडी
4।  विनायक मुंगुरवाडी
5।  चित्रा प्रणीत


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